प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, पुलिस ने शातिर ठग को किया गिरफ्तार

राजधानी रायपुर में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को पीड़ितों ने सोमवार देर रात पकड़कर पुलिस के हवाले किया है। पुरानी बस्ती थाने पहुंचे पीड़ितों के मुताबिक संजय मानिकपुरी ने शहर की करीब पांच सौ से अधिक गरीब महिलाओं को झांसे में लेकर प्रधानमंत्री मुद्रा लोन दिलाने के एवज में 15-15 सौ रुपये के हिसाब से लाखों की ठगी की है।

ठगी करने के लिए आरोपित अपना नाम बदलकर अपने आप को कलेक्ट्रेट और नगर निगम का कर्मचारी बताता था। शहर की निचली बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को योजना के तहत ढाई-ढाई लाख रुपये लोन दिलवाने की बात करता था। जिसमें सिर्फ एक लाख रुपये जमा करने और डेढ़ लाख रुपयो की सब्सिडी मिलने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठ लेता था।

आरोपित संजय मानिकपुरी के शारिरिक विकलांग होने के कारण आसानी से लोग उसके झांसे में आकर पैसे दे देते थे। आरोपित इतना शातिर है कि उसने शहर की कई बस्तियों में जाकर सैकड़ों महिलाओं को अपना एजेंट बनाकर मोहल्ले की महिलाओं को फसांया करता था। इसके एवज में आरोपित एजेंट महिलाओं को मोहल्ले की 10 महिलाओं से पैसे दिलवाने पर पांच हजार रुपये देने का लालच दिया करता था।

जब किसी को भी लोन नहीं मिला, तब ठगी का राज खुला। पीड़ित महिलाएं एकजुट होकर देर रात पैसे देने के बहाने शातिर ठग को अपने मोहल्ले पुरानी बस्ती बुलवाकर पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपित ने पुछताछ में पुलिस को बताया कि वह रामायणनगर, कुशालपुर में रहता है और 10वीं तक की पढाई किया है।

लाकडाउन के दौरान पिता और खुद की नौकरी चले जाने से घर का गुजर बसर नहीं हो रहा था। इसी बीच एक दोस्त के मोबाइल में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के बारे जानकारी मिली। तब वह नगर निगम के दफ्तर जाकर इस लोन योजना के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद इस योजना के जरिए ठगी करने का आइडिया लेकर लोगो को फंसाने लगा।

फिलहाल पुलिस आरोपित के खिलाफ फ्राॅड का अपराध दर्ज कर पूछताछ कर रही है। अफसरों का दावा है कि आरोपित ने रायपुर की पांच सौ से अधिक महिलाओं से ठगी की है। पूछताछ जारी है। मंगलवार शाम को पुलिस इस मामले का पर्दाफास करेगी।

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