कन्नौज में मंदिर को क्षतिग्रस्त देख ग्रामीणों का फुट गुस्सा, संवेदनशील मामले पर पुलिस ने कराया शांत

जनपद के अहेर गांव में उस वक्त माहौल काफी गर्म हो गया जब सुबह चार बजे ग्रामीण पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे। इस दौरान मंदिर को क्षतिग्रस्त अवस्था में देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल, कोतवाली क्षेत्र के अहेर गांव में तिर्वा-बेला हाईवे पर बेला से तिर्वा की ओर आने वाले लेन पर प्राचीन हनुमान मंदिर बना था। इसमें करीब 10 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा और पास में एक शिवलिंग व नंदी बाबा की भी प्रतिमा है। जिसके पीछे कुछ ग्रामीणों के मकान भी बने हुए हैं। गुरुवार शाम को ग्रामीणों ने मंदिर में पूजा की और गेट बंद कर दिया था। लेकिन रात में किसी तरीके से मंदिर टूट गया। मंदिर की चारों तरफ की दीवारें, खिड़की, गेट, छत और गुंबद बुरी तरह क्षतिग्रस्त दिखे। 

ये है पूरा मामला 

700 स्क्वायर मीटर के दायरे में फैले 20 फीट ऊंचे मंदिर को क्षतिग्रस्त देख लोगों की हवाइयां उड़ी हुई थीं। मंदिर का दायरा रोड के बीच था। तिर्वा-कन्नौज हाईवे निर्माण की संस्था ने मंदिर के आसपास रोड निर्माण छोड़ दिया था। हालांकि मंदिर के अंदर लगी प्रतिमाएं पूरी तरीके से सुरक्षित हैं। शुक्रवार तड़के 4 बजे मंदिर की सफाई व पूजा करने के लिए कुछ ग्रामीण पहुंचे तो मंदिर को टूटा देखा। घटना को लेकर ग्रामीणों का जमघट लगने लगा। ग्रामीणों ने रोड जाम कर प्रदर्शन करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि रात में मंदिर टूटने की किसी को भनक भी नहीं हुई। आशंका है कि रोड निर्माण करने वालों ने ही मंदिर तोड़ा या फिर गिट्टी-मौरंग का कोई ट्रक टकरा गया। मौका पाकर ट्रक भागने में सफल रहा। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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