देश में बढ़ रहे कोरोना मामले, इन शहरों में मास्‍क लगाना हुआ अनिवार्य, इस शहर में 17 हजार लोगों का कटा चालान

देश में कोरोना महामारी फिर पैर पसारती नजर आ रही है। कई राज्‍यों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं। कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं हैं। ये बात सभी को ध्‍यान में रखनी चाहिए और सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। इस जानलेवा वायरस के प्रसार का मुख्‍य कारण लापरवाही ही नजर आ रहा है। इसलिए कई राज्‍य सरकार नियमों के प्रति फिर सख्‍त होती नजर आ रही हैं। मध्‍य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए नियम कड़े किए गए हैं। मुंबई में मास्‍क न लगाने पर 200 जुर्माने का प्रविधान किया गया है।

मुंबई पुलिस ने बताया कि मास्‍क न पहनने वाले लोगों के खिलाफ सख्‍त कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले तीन दिनों में ऐसे 17500 लोगों का चालान काटा गया है, जिन्‍होंने मास्‍क नहीं पहना था। वहीं, मुंबई की मेयर की सड़कों पर उतरकर लोगों को मास्‍क पहनने के लिए जागरूक करती नजर आ रही हैं। वह भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोगों को फ्री में मास्‍क भी बांट रही हैं।राज्य में बीते 24 घंटे में कोरोना के 294 केस सामने आए हैं, इनमें 104 मरीज़ इंदौर में और भोपाल में 76 पॉज़िटिव पाए गए हैं। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के फिर बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने भोपाल और इंदौर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक में कलेक्टरों से कहा कि थोड़ी-सी लापरवाही विकराल रूप ले सकती है, इसलिए सतर्कता बरतें। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को महाराष्ट्र से लगे मध्य प्रदेश के सभी जिलों में आने वाले व्यक्तियों का परीक्षण करने के निर्देश दिए। शिवरात्रि के पर्व पर प्रदेश में लगने वाले मेलों में सतर्कता बरतने के लिए भी कहा है। बैठक के दौरान बताया गया कि छिंदवाड़ा और बैतूल में लगने वाले मेलों में महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां सावधानी बरतना जरूरी है।

गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले हफ्ते से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। हालांकि, कोरोना संक्रमण के मामलों में सबसे तेज वृद्धि महाराष्‍ट्र में देखने को मिली है। इसलिए महाराष्‍ट्र के कुछ इलाकों में लॉकडाउन फिर लगाया गया है। वैसे बता दें कि भारत में कोरोना वैक्‍सीनेशन बड़ी तेजी से हो रहा है। ऐसे में उम्‍मीद है कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर जल्‍द विराम लग जाएगा।

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