जालंधर में आठ दिनों में दोगुने हुए कोरोना मामलें, अभी और बढ़ेंगे

ड्राइविंग हो या फिर कोरोना वायरस, थोड़ी-सी सावधानी हटते ही दुर्घटना घट जाती है। मार्च 2020 में कोरोना ने पैर पसारने शुरू किए तो जमीन से लेकर आसमान तक सब कुछ रुक गया, जिंदगी मानो थम सी गई। लोगों ने मास्क लगाने शुरू कर दिए। दो गज की शारीरिक दूरी रखी। बार-बार हाथ धोए। सैनिटाइजर का प्रयोग किया। इतनी एहतियात बरतने पर कोरोना को मात दी जाने लगी और मरीजों के ग्राफ में तेजी से गिरावट आई। लेकिन जैसे-जैसे जिंदगी पटरी पर लौटने लगी, लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। नतीजन, कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है। 13 फरवरी को जहां 17 नए केस आए थे वहीं अब 40 से ज्यादा नए केस रिपोर्ट होने लगे हैं। मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है।

लापरवाही करने वालों में सिर्फ शहरवासी ही आगे नहीं बल्कि जिन हेल्थ वर्कर्स व फ्रंटलाइनर्स ने एक साल तक जागरूक किया, वे भी सब भूल गए। बाजारों में लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है और मास्क मुंह के बजाय गले पर आ गया। संडे बाजार में इतनी भीड़ है कि पैर रखने तक को जगह नहीं मिलती। बसों व ट्रेनों का हाल भी सभी के सामने है। न सैनिटाइज किया जा रहा और न कोरोना गाइडलाइंस का पालन हो रहा। इतना सब होने के बावजूद जिला प्रशासन व पुलिस मूक बने रहते हैं।

मास्क और सैनिटाइजर केवल अस्पतालों तक ही सिमटे

सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों तक मास्क लगाने की नीतियां सिमट कर रह गई है। अस्पताल में इलाज करवाने के लिए जा रहे मरीज, डाक्टर तथा स्टाफ के सदस्य ही मास्क में दिखते है। हालांकि शारीरिक दूरी की नीतियों की धज्जियां यहां भी उड़ रही हैं। आईएमए के प्रधान डा. अमरजीत सिंह ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है। उनका कहना है कि अस्पताल में दाखिल करने वाले ज्यादातर मरीजों का पहले कोरना टेस्ट करवाया जा रहा है ताकि वहां दाखिल दूसरे मरीजों तथा स्टाफ को बीमारी से सुरक्षित रखा जा सके। निजी अस्पतालों में दिन में दो-तीन बार कांप्लेक्स को सैनिटाइज करवा रहे है।

कोरोना गाइडलाइंस को आदत बनाएं, तभी हारेगा कोरोना : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह का कहना है कि कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करना सेहत विभाग की प्राथमिकता सूची में शामिल है। जागरूकता मुहिम तेज की जाएगी। सभी एसएमओ को संबंधित इलाकों में लोगों को जागरूक करने के लिए गतिविधियों तेज करने की हिदायतें दी जाएगी। कहा कि कोरोना गाइडलाइंस को आदत के रूप में स्वीकार करें। शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी, लीवर तथा कैंसर सहित अन्य घातक बीमारियों के ग्रस्त मरीजों व बुजुर्गों को खास एहतियात बरतनी चाहिए।

अधिकारियों से बैठक कर मुहिम चलाएंगे : डीसी

डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने भी कोरोना के मरीजों की संख्या दोबारा बढ़ने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस संबंध में सेहत विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक कर कोरोना से बचाव को लेकर मुहिम चलाई जाएगी।

तीन परिवारों के 11 सदस्यों सहित 38 को कोरोना, 2 की मौत

रविवार को कोरोना ने तीन पारिवारों के 11 सदस्यों सहित 38 लोगों को शिकार बनाया। कोरोना से दो मरीजों की मौत हुई, जबकि 13 कोरोना के मरीज कोरोना से जंग जीत कर घर पहुंचे। कोरोना ने बीएसएफ कैंपस में एक ही परिवार के पांच सदस्यों, फ्रेंडस कालोनी में एक परिवार के चार व अर्बन अस्टेट में एक परिवार के दो सदस्यों को गिरफ्त में लिया। इसके अलावा माडल टाउन, धालीवाल कादिया तथा कमल विहार के दो-दो तथा धालीवाल कादियां से तीन लोग कोरोना पाजिटिव मरीजों की सूची में शामिल है।

फरवरी      मरीज        मौतें        सक्रिय मरीज

05              26          01             243

06              20          01             244

07              21          01             242

08             23           04             238

09             09          00              207

10            29          03               212

11            19           01               202

12           17           01                190

13           17           01                182

14            25          01                182

15           40          01                  208

16           38          00                 222

17           20          00                 231

18           45          01                 263

19           49          01                 283

20           38         02                  305

21            38        02                  328

E-Paper