जिन्ना के बाद अब एएमयू के लिए निकला आरक्षण का भूत

एंकर –अलीगढ़ से लोकसभा सांसद सतीश कुमार गौतम ने लिखा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वीसी को पत्र, सवाल पूछते हुए मांगा एएमयू वीसी से जवाब, लिखा एएमयू के केंद्रीय विश्वविद्यालय धोने के बावजूद क्यों नहीं किया जा रहा एससी-एसटी व पिछड़ों को आरक्षण, आखिर किन वजहों से एससी-एसटी व पिछड़ों को एएमयू जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है, इन्हीं सवालों का सांसद सतीश गौतम ने मांगा एएमयू वीसी से जवाब।

वीओ 1–अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एससी एसटी ओबीसी को आरक्षण नहीं दिए जाने से संबंधित सवाल पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक स्वरूप का मामला माननीय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है,सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने से पहले हम इसमें कुछ भी नहीं कर सकते एएमयू एक्ट के अनुरूप एएमयू में 2 प्रकार का आरक्षण दिया जाता है,एक है इंटरनल व दूसरा एक्सटर्नल,जिसने एएमयू से 12 वीं क्लास पास आउट की है वह इंटरनल कोटे में आता है इसमें हिन्दू मुस्लिम सभी प्रकार के स्टूडेंट्स आते हैं,ये सब राजनेतिक मामलों के सवाल में राजनीतिक मामलों के लोग देंगे।
बाइट –प्रो शाफ़े किदवई (मेंबर इंचार्ज, एएमयू पीआरओ कार्यालय अलीगढ़)
वीओ 2–अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वीसी को एएमयू के एससी एसटी व ओबीसी के आरक्षण के संबंध लिखे गए लेटर पर सांसद ने कहा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र में बच्चे पढ़ने से वंचित न रह जाएं इसलिए मैंने ये लेटर एएमयू वीसी को लिखा है, एएमयू केंद्रीय विश्वविद्यालय है जहां काफी कम पैसों में बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं इसीलिए मैंने ये मांग की है कि यूनिवर्सिटी में एससी/एसटी व ओबीसी वर्ग के बच्चों को आरक्षण दिया जाए, इस मामले में भारतीय जनता पार्टी बहुत गंभीर है।
बाइट –सतीश कुमार गौतम (बीजेपी सांसद,अलीगढ़)

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