छत्तीसगढ़: टाइगर रिजर्व के डाग नेरो व सिम्बा का कमाल, आरोपितों को पकड़ने ढूंढ निकाला सुराग

अचानकमार टाइगर रिजर्व के डाग नेरो व सिम्बा की मदद से एक बार फिर आरोपितों को पकड़ने में वन विभाग को सफलता मिली है। कवर्धा वनमंडल अंतर्गत लोहारा वन परिक्षेत्र के भठेला टोला में एक मादा तेंदुआ मृत मिली थी। करंट की चपेट में आने से यह घटना हुई। मामले को गंभीरता से लेते जांच कराई गई और आरोपितों को पकड़ने में सफलता मिल गई।

घटना सोमवार 15 फरवरी की है। भठेला टोला परिसर के कक्ष क्रमांक 305 में मादा तेंदुए की लाश मिली थी। जिसे देखकर वनकर्मियों के होश उड़ गए। उन्होंने आनन- फानन में इस घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। इस पर अधिकारी मौके पर पहंुचे। इस दौरान ही पता चला कि किसी ने करंट बिछाया था।

जिसकी चपेट में आने से तेंदुए की मौत हुई है। मामला गंभीर होने के कारण तत्काल जांच के लिए टीम बनाई गई। इसके अलावा अचानकमार टाइगर रिजर्व से मदद मांगी गई। इस पर टाइगर रिजर्व प्रबंधन दोनों स्नेफर डाग नैरो व सिम्बा को साथ लेकर वनकर्मियों को जांच के लिए भेजा।

मौके पर मिले अहम सुराग की मदद से वनमंडल व पुलिस की टीम ने आरोपित के घर दबिश दी। इस दौरान आरोपित के पास से अपराध में उपयोग किए गए सामान प्राप्त हुई। तेंदुआ अनुसूची एक का वन्य प्राणी है। गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपित हरिचंद पिता सुखराज (26) निवासी झंडी कबीरधाम व सह आरोपिता भुखलू पिता गोपाल बैगा (23) निवासी कौहापानी, जिला कबीरधाम के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से दोनों जेल भेज दिया गया।

अब तक 30 से अधिक मामले सुलझा चुके हैं

नेरो व सिम्बा अभी तक 30 से अधिक प्रकरण में आरोपितों को पकड़ने में मदद कर चुके हैं। दोनों को खास देखभाल के साथ टाइगर रिजर्व में ही रखा जाता है। जब जहां आवश्यकता पड़ती है टाइगर रिजर्व प्रबंधन उन्हें भेजता है। बाकी समय में उनकी मदद टाइगर रिजर्व के बैरियर में जांच के लिए ली जाती है।

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