मनुष्य को अवसाद से दूर करता है मनोरंजन

  • आद्रिका एंटरटेनमेंट ने तीन फिल्मों का किया मुहूर्त पूजन
  • लखनऊ व आसपास के जिलों में होगी भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग

लखनऊ
भारतीय सिनेमा ने समाज के सभी पहलू को अपने आप में समेटा है। सिनेमा से आम जन का सांस्कृतिक व सामजिक जुड़ाव के साथ रोजगार का सृजन होता है इसलिए हमे फिल्म निर्माण के समय सामाजिक सांस्कृतिक रीतियों का भी ख्याल जरूर रखना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में लगातार फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने का काम कर रही है।

गुरुवार को आद्रिका एंटरटेनमेंट के द्वारा लखनऊ के होटल बेस्ट वेस्टर्न सागर सोना में भोजपुरी फ़िल्म “बिंदिया चमकेगी “”बंटवारा ” व “विधि का विधान “के मुहूर्त कार्यक्रम में बोलते हुए ये बातें भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहीं। राकेश त्रिपाठी ने कहा कि हम लगातार देख रहे की समाज में अवसाद के चलते तमाम दुघर्टनाएं है रही है ऐसे में मनोरंजन ही एक ऐसा विकल्प है जो मनुष्य को अवसाद से दूर करता है। वहीं कार्यक्रम में फिल्मों के प्रोड्यूसर डॉ नितिन शुक्ला ने बताया कि यह तीनों फिल्में पारिवारिक पृष्ठ भूमि के साथ सामाजिक सरोकार से संदर्भित हैं और हमारा प्रयास भोजपुरी भाषा की साफ सुथरी सामाजिक फिल्में बनाने का है।कार्यक्रम संचालक अखिलेश शुक्ला “राजन” ने किया बताया कि सभी फिल्मों की शूटिंग आगामी अप्रैल माह से लखनऊ ,बनारस ,अयोध्या , मथुरा में की जाएंगी । मुहूर्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी एवं विशिष्ट अतिथि प्रसादम सेवा के विशाल सिंह फ़ूड मैन फ़िल्म अभिनेता संजीव मिश्रा, फ़िल्म अभिनेत्री सुप्रिया प्रियदर्शिनी ,आरुषि तिवारी ,लेखक त्रिलोक भोजपुरी के साथ अन्य अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहें।

लखनऊ मन को भा जाता है

भोजपुरी कलाकार आरुषि तिवारी ने कहा कि लखनऊ की पहचान नजाकत के साथ ही खानपान से भी है।जब भी लखनऊ आना होता है तो चौक का मख्खन व अन्य चीजें बहुत मन को भा जाती है।

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