पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के कई अहम राज्यों में बारिश के आसार….

पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है। मौसम विभाग के अनुसार अभी 14 से 16 फरवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ सहित दिल्ली एनसीआर में घना कोहरा छाए रहने के आसार बने हुए हैं। उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी आने वाले दिनों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली सहित उत्तरी भारत क्षेत्र में घने कोहरे की संभावना जताई है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के कई अहम राज्यों में बारिश के आसार हैं। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई अलग-अलग राज्यों में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। रिपोर्टों के अनुसार एक और पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर से मौसम बिगड़ने की संभावना है, जो 14 से 16 फरवरी के बीच उत्तरी क्षेत्रों के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना पैदा कर रहा है।

इन राज्यों में हैं बारिश के आसार

मौसम विभाग ने 16 और 17 फरवरी को मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के दक्षिणी और मध्य भागों में छिटपुट बारिश और ओले पड़ने का अनुमान बताया है।

उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना

पश्चिमी विक्षोभ के चलते 13 फरवरी को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में अपने साथ बारिश और बर्फबारी देखी गई है। वहीं, अब 14 से 16 फरवरी के बीच उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद जताई गई है, जिसमें चमोली, जोशीमठ और तपोवन शामिल हैं, जहां ग्लेशियर टूटने की त्रासदी हुई थी और बचाव अभियान अभी भी जारी है।

15 फरवरी तक हरियाणा में बारिश की उम्मीद

मौसम विभाग के पूर्वानुमान से हरियाणा में 15 फरवरी तक बारिश की संभावना है। जहां फरवरी के आखिरी दिनों में दिन का तापमान सामान्य रहने की उम्मीद है, वहीं रातें सर्द होने वाली हैं।

राष्ट्रीय राजधानी में छाया घना कोहरा

दिल्ली में रविवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिसके कारण दृश्यता सुबह के समय सफदरजंग में 50 मीटर और पालम में सुबह 8.30 बजे 250 मीटर हो गई। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि आज सुबह शहर का न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि हवा की गुणवत्ता अभी भी बहुत खराब है।

E-Paper