बिहार: किसान की आत्महत्या मामले में बिजली विभाग ने झाड़ा पल्ला, कहा-दबाव का आरोप बेबुनियाद
आर्थिक तंगी के कारण बिजली बिल नहीं चुका पाने और विभागीय दबाव के कारण किसान के आत्महत्या करने के मामले में बिजली विभाग ने पल्ला झाड़ लिया है। विभाग के ग्रामीण अंचल के अभियंता धर्मवीर ने इस मामले में बात रखी है। कहा है कि विभाग की ओर से किसी तरह की प्रताड़ना का आरोप पूरी तरह निराधार है।
जेई ने बताया कि नौगाई निवासी किसान दिनेश सिंह ने कृषि के नाम पर तीन फेज के तीन एचपी लाइन का कनेक्शन था। विभाग के रुपये बकाया था लेकिन इसके बावजूद उनका कनेक्शन नहीं काटा गया था। गत दिसंबर माह में किसान ने अपने कुल बकाया बिल के एवज में 20 हजार रुपये जमा किए थे। बकाया राशि जमा करने के लिए सिर्फ बिल से सूचना दी जा रही थी। किसान ने विगत 24 अक्टूबर 2019 को अधिक बिल होने के कारण जमा करने में असर्मथता जताते हुए आवेदन दिया था इस पर कोई कार्रवाई की गई थी या नहीं इस संबंध में पूछने पर जेई ने कहा कि यह मामला उनके कार्यकाल से पहले का है।
गौरतलब है कि आर्थिक तंगी से परेशान किसान दिनेश सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बताया गया कि बिजली का अधिक बिल आने के कारण वे परेशान थे। विभागीय दबाव के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली। इधर पिता के आत्महत्या के सदमे में एक पुत्री ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था।