चमोली में तबाही के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मदद का दिया आश्‍वासन, कहा उत्‍तराखंड के साथ खड़ा है देश

चमोली में तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर कहा कि उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी कर रहे हैं। देश उत्तराखंड के साथ खड़ा है और राष्ट्र सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहे हैं। एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों की जानकारी ली जा रही है। 

गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विट कर कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री, डीजी आइटीबीपी, और डीजी एनडीआरएफ से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी। एनडीआरएफ की कुछ और टीमें दिल्‍ली से एयरलिफ्ट करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं। हम वहां की स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं। इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। एनडीआरएफ, आइटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच गई हैं, वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। देवभूमि में जानमाल का नुकसान कम से कम हो और वहां की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य हो यह हमारी प्राथमिकता है।

 भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, उत्तराखंड के चमोली जिले में अकस्मात ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर प्रशासन सजग है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत स्वयं राहत एवं बचाव कार्य देख रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष बंशीधर भगत से भाजपा कार्यकर्त्‍ताओं को पीड़ितों की मदद व प्रशासन के सहयोग में लगाने का आग्रह किया है। उत्‍तराखंड की राज्‍यपाल बेबीरानी मौर्य ने कहा कि  चमोली में प्राकृतिक आपदा और नदी का जल स्तर तेज़ी से बढ़ने की सूचना पर मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की है। वरिष्ठ अधिकारियों के निरंतर संपर्क में हूं। राहत बचाव कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। मैं घटना में प्रभावित लोगों की कुशलता की ईश्वर से प्रार्थना करती हूं।

वहीं, उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फेसबुक पेज पर कहा कि चमोली के ऋषिगंगा प्रोजेक्‍ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभववना है। नदी में सैलाब आने से अलकंनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया गया है। एहतियातन के लिए भागीरथी नदी का फ़लो रोक दिया गया है। अलंकनंदा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर में जीवीके डैम और ऋषिकेश के वीरभद्र डैम को खाली करवा दिया है। एसडीआरएफ अलर्ट पर है। मेरी आपसे विनती है कि अफवाहों पर बिल्‍कुल ध्‍यान न दें। सरकार प्रमाणिक सूचनाओं पर ही ध्‍यान दें। मैं स्‍वयं घटनास्‍थल के लिए रवाना हो चुके हैं। अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं और आपको किसी भी तरह की मदद की जरूरत है तो आपदा परिचालन केंद्र के नंबर 9557444486 और सीएम हेल्‍पलाइन नंबर 1905 पर संपर्क करें। घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं। 

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