गावस्कर ने कहा, इंग्लिश कप्तान जो रूट को जाल में नहीं फंसा पाए भारतीय गेंदबाज

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले दो दिन मेहमान टीम के नाम रहे। पहले दिन शतक बनाने वाले इंग्लैंड के कप्तान ने दूसरे दिन दोहरा शतक जमाया। 218 कर रन की पारी खेलकर अपने 100वें टेस्ट मैच को यादगार बनाया। इंग्लिश कप्तान की इस पारी को लेकर पूर्व भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर का क्या मानना है जानिए।

दैनिक जागरण के कॉलम में गावस्कर ने बताया, जो रूट को अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाते हुए देखना शानदार था। वह जिस आत्मविश्वास के साथ क्रीज पर गए थे, वह देखने लायक था। अगर किसी बल्लेबाज ने अपने पिछले दो टेस्ट मैचों में शतक लगाया तो उसका आत्मविश्वास बढ़ना लाजिमी है। रूट अब परिपक्व हैं और किसी जाल में नहीं फंसे। इंग्लिश कप्तान शुरू से बल्ले के बीच में गेंद खेल रहे थे और उन्होंने गैप ढूंढना शुरू किया जो उनकी टीम के ओपनर नहीं कर पाए।

तीसरे विकेट के लिए 200 रनों की साझेदारी का अंत बुमराह ने सिब्ले को यॉर्कर गेंद फेंककर किया। सिब्ले ने कप्तान की तरह साझेदारी में चालाकी से बल्लेबाजी की। उन्होंने अपनी लंबाई का इस्तेमाल करते हुए टर्न ले रही गेंदों को अच्छे से खेला। भारत को अगर सीरीज में जीत से शुरुआत करनी है तो उसे इंग्लैंड को पहली पारी में 600 से कम स्कोर में रोकना होगा। पिछली बार दोनों टीमें एमए चिदंबरम स्टेडियम में आमने-सामने हुई थी तो इंग्लैंड की टीम 477 रन पहली पारी में बनाने के बाद भी हार गई थी।

अब तक चेन्नई टेस्ट मैच का हाल

चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड की टीम के कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। पहली पारी में इंग्लैंड ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 8 विकेट पर 555 रन बनाए। कप्तान रूट ने 377 गेंद पर 218 रन की पारी खेली। इसके अलावा डॉम सिब्ले ने 87 और बेन स्टोक्स ने 82 रन की पारी खेली। 

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