
हरदोई के बिलग्राम में बीते 31 जनवरी को हुई युवक की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने मृतक की पत्नी उसके प्रेमी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया था और उसके बाद दूसरों को फंसाने के लिए पांच लोगों को नामजद करा दिया था. लेकिन पुलिस पड़ताल में मामला खुल गया जिसके बाद अब पत्नी सलाखों के पीछे भेज दी गयी है.

VO- मामले का खुलासा करते हुए एएसपी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि 31 जनवरी को बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के रामपुर मझियारा में रामौतार की सर पर चोट करके हत्या कर दी गयी थी. उसका खून से लथपथ शव घर के अंदर मिला था. सूचना पर अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया था. इस संबंध में मृतक की पत्नी चमेली ने 1 जनवरी को मन्नु पुत्र कुबेर धीरज पुत्र मन्नू यादव सोनेलाल पुत्र कुबेर रामपुर मझियारा ऋषिपाल यादव व चक्रपाल निवासी गण शाहाबुद्धीन मल्लावां के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था.
VO-एएसपी ने बताया कि विवेचना के क्रम में वादनी मुकदमा के आचरण व व्यवहार में संदेह होने पर उसको हिरासत में लिया गया और उससे गहनता से पूछताछ की गई तो सारा भेद खुल गया. उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी पुलिस ने अन्य साक्ष्यों को एकत्र किया जिसके बाद घटना का खुलासा और पता चला कि मृतक की पत्नी ने ही अपने प्रेमी व साथियों के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया था. एएसपी अनिल कुमार सिंह के मुताबिक मृतक की पत्नी चमेली देवी ने ऋषिपाल यादव से कोर्ट मैरिज कर ली और ऋषिपाल को अपनी पुश्तैनी जमीन बेचने के लिए दबाव डालने लगी.
VO-उसने कुछ जमीन बेचकर पैसा चमेली देवी को दे दिया और जमीन बेचने के दबाव पर ऋषिपाल ने अपनी जमीन बेचने से मना कर दिया तो चमेली देवी वापस अपने मृतक पति रामौतार के पास आकर रहने लगी. वह वापस तो आ गयी लेकिन उसका कभी-कभी ऋषिपाल के पास भी आना जाना लगा रहा. मृतक रामौतार चमेली देवी को ऋषिपाल के पास नहीं भेजना चाहता था. इसी बात को लेकर हत्या से एक सप्ताह पहले ऋषिपाल व मृतक के बीच झगड़ा हुआ था.