मध्य प्रदेश में नशा मुक्ति की ऑनलाइन शपथ लेकर रतलाम ने बनाया विश्व रिकार्ड

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से एक बड़ी खबर आई है। जी दरअसल यहाँ नशा मुक्ति के लिए ऑनलाइन शपथ दिलाकर विश्व रिकार्ड कायम किया गया है। यहां पर 52 हजार से भी कई अधिक लोगों ने नशा मुक्ति के लिए शपथ ली है। आप सभी को बता दें कि रतलाम जिले में 27 जनवरी को नशा मुक्ति के लिए ऑनलाइन शपथ दिलवाई गई थी। एक दिन में यहाँ पर 52,190 नागरिकों द्वारा नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ ली गई। यही वजह रही कि यह विश्व रिकार्ड बन गया है। खबरों के अनुसार बीते 27 जनवरी को बने वर्ल्ड रिकार्ड को वज्र वर्ल्ड रिकार्ड बुक, यूनिवर्सल रिकार्डस, कलाम वर्ल्ड रिकार्डस, ब्रावो इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस में दर्ज किया गया है। इसका प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कलेक्ट्रेट सभागार में वर्ल्ड रिकार्ड ज्यूरी मेंबर शैलेन्द्र सिंह सिसौदिया के द्वारा भेंट किया गया है।

कहा जा रहा है यह रिकार्ड जिला प्रशासन एवं सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग रतलाम के नाम दायर हुआ है। इस अभियान में समन्वय मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद जिला रतलाम द्वारा किया गया था। वहीं CM शिवराज सिंह चौहान ने नशामुक्ति मित्र बनाने के लिए जिले में चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। जी दरअसल CM चौहान द्वारा नशे के विरूद्व मुहिम चलाए जाने के निर्देश मिलते ही जिला प्रशासन द्वारा नशामुक्त भारत अभियान को जन आंदोलन बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए गए हैं। इसी के तहत भारत सरकार की वेबसाइट पर नशामुक्ति की ऑनलाइन शपथ बीते 27 जनवरी को संपूर्ण जिले में 52,190 नागरिकों द्वारा ऑनलाइन ली गई।

मध्य प्रदेश के युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताते हुए नेशनल कैडेट कोर (NCC) और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की गतिविधियों में नशा मुक्ति अभियान को भी शामिल करने पर जोर दिया है। गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले एनसीसी (NCC) कैडेट्स और एनएसएस (NSS) के छात्रों को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह में सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि नेशनल कैडेट कोर युवा वर्ग में देश भक्ति, संस्कार, मेहनत, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, लक्ष्य के प्रति समर्पण और अनुशासन विकसित करने का सशक्त माध्यम है। इसका विस्तार प्रदेश की अधिक से अधिक शालाओं और महाविद्यालयों में किया जाएगा।

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