निकी हेली ने की भारतीय सभ्यता की तारीफ, कहा- धार्मिक आजादी नागरिक स्वतंत्रता जितना ही महत्वपूर्ण

भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आईं संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने भारतीय सभ्यता और मूल्यों की जमकर तारीफ की। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक आजादी भी लोगों की स्वतंत्रता जितना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा का मकसद भारत और अमेरिका जैसे दो सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच साझेदारी मजबूत करना है।

हेली ने इस दौरान अमेरिकी राजदूत केनेथ जेस्टर के साथ हुमायूं का मकबरा का दौरा किया और नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से मुलाकात की। भारतीय मूल की हेली ने कहा, ‘मैंने जैसा सोचा था, भारत उतना ही सुंदर है और यह यात्रा मेरी घर वापसी जैसी है। मेरे माता पिता ने इस मौसम में भारत आने के प्रति चेताया था। मगर मुझे लगता है कि भारत आने के लिए ऐसी गर्मी को झेला जा सकता है।

इस दौरान उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच की समानता की भी चर्चा की। आतंकवाद और लोकतंत्र के मामले में दोनों देशों की सोच एक जैसी है। मेरी यात्रा का मकसद दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करना है।’ बता दें कि हेली पंजाब के प्रवासी सिख परिवार की बेटी है और किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के शासनकाल में कैबिनेट स्तर के पद पर पहुंचने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी नागरिक हैं।

ट्रंप की विशेष दूत

ऐसी चर्चा है कि हेली की भारत यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत के रूप में हो रही है। ईरान-अमेरिका तकरार, भारत की ओर से अमेरिकी सामानों पर आयात शुल्क में कई गुणा बढ़ोतरी और विदेश तथा रक्षा मंत्री के अमेरिका दौरे से पूर्व हेली की यात्रा को बेहद महत्व दिया जा रहा है। चर्चा है कि हेली पीएम मोदी और विदेश मंत्री से भी मुलाकात करेंगी।

सत्यार्थी को दिया बाल तस्करी खत्म करने का वचन 

कैलाश सत्यार्थी से मुलाकात कर हेली ने बाल तस्करी खत्म करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता दोहराई। मुक्ति आश्रम में उन्होंने सत्यार्थी के साथ बाल अधिकार, मानवाधिकार तथा तस्करों के चंगुल से छुड़ाए गए बच्चों के सुरक्षा मसलों पर भी चर्चा की। 

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