घटनाओं के बाद भी नहीं जागा अग्निशमन विभाग

सीतापुर। थानगाव क्षेत्र मे एक गांव मे बारात मे आतिशबाजी से लगी आग की चपेट मे आकर दो भाईयों  के घर जल कर खाक हो गये। गाव वालो की कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया वहीं अगजनी से लाखो के नुकसान की बात कही गयी है। मामले की तहरीर पुलिस को दे दी गई थी। वही पुलिस का कहना है की मामले मे जांच की जा रही है थानगाव इलाके के ग्राम जंगलपुरवा मजरा सुजातपुर गाव का मामला है।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले लखनऊ के एक होटल मे आग लगने से पांच लोगो की मौत हो गयी थी, जिस के बाद सरकार व प्रशासन ने  सख्त कदम उठाए और मानक के विपरीत चल रहे ऐसे होटलों को सील करने का काम किया गया और सभी जनपदों के आला अधिकारियों को इस बाबत निर्देशित भी किया गया। 

लेकिन दुर्भाग्यवश जनपद के आला अधिकारी सरकार की मंशा के विपरीत कुम्भकर्णीय नींद सोए हुए हैं और जनता बारूद के ढेर पर जीवन व्यतीत करने को मजबूर दिख रही है। जहां जनपद के कैंट रेलवे स्टेशन से कुछ की मीटर की दूरी पर स्थित एक मार्केट के बीचोबीच से पटाखों की दुकान संचालित हो रही है जिसमे कभी भी कोई कोई अप्रीय घटना घट सकती है?, वहीं सीतापुर के अग्निशमन अधिकारी सब कुछ देख कर भी अनदेखा कर रहे हैं। 

अब अग्निशमन विभाग की इस बड़ी लापरवाही को देख कर ऐसा लगता है कि विभाग के आला अधिकारी किए और बड़ी घटना के इंतेज़ार में हैं। अब बड़ा सवाल है कि अगर विभाग की इन लापरवाहियों के बीच कोई घटना घटती है को आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?वही दूसरी तरफ शहर के बीचो बीच दर्जनो बेसमेन्ट मे मार्केट चल रही है लेकिन इनके पास फायर विभाग के कुछ कर्मचारी  फायर सिलेडर लगा कर खानापूर्ति कर के मोटी.रकम कमा रहे है और जनता के जीवन के साथ खिलवाड कर रहे है आखिर ज़िम्मेदार अधिकार कार्यवाही को लेकर कब ऐसे ही लीपापोती करते रहेंगे और जनता खुद को क्षला हुआ महसूस करती रहेगी?

E-Paper