दिल्ली में आज से10वीं और 12वीं के खुले स्कूल, राज्य सरकार की इन गाइडलाइन्स का करना होगा पालन

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज से सिर्फ 10वीं और 12वीं कक्षाओं के स्कूलों को खोलने की अनुमति मिल गई है. दिल्ली सरकार ने सर्कुलर जारी कर कहा है कि सरकारी और निजी स्कूल दसवीं और बारहवीं कक्षा के बच्चों को बुला सकते हैं. ये फैसला मई में होने वाली बोर्ड की अहम परीक्षाओं और मौजूदा वक्त में स्कूलों में चल रहे प्री बोर्ड की तैयारियों के मद्देनजर लिया गया है. हालांकि दोबारा खोले जाने पर स्कूलों को कई बातों का खास ध्यान और सावधानी बरतनी होगी.

दिल्ली में आज से 10वीं और 12वीं के खुले स्कूल

स्कूलों को दिल्ली सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस का अनुपालन करने का आदेश दिया गया है. गाइडलाइंस में बताया गया है कि इमरजेंसी के लिए स्कूल में क्वारंटाइन रूम की व्यवस्था करनी होगी, स्कूल के कैंपस में मास्क पहनना अनिवार्य होगा, सामाजिक दूरी का पालन करना होगा और कम से कम 6 फीट की दूरी बनानी होगी. मुलाकात करनेवालों को स्कूल में आने की अनुमति नहीं होगी, छात्रों की भीड़ को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा, स्कूल में कोरोना वायरस से जुड़े नियमों के पोस्टर बच्चों को वक्त वक्त पर याद दिलाने के लिए लगाए जाएंगे.

सरकार की गाइडलाइन्स पालन करने का निर्देश

दिल्ली में 10 महीने बाद स्कूलों को दोबारा खोला जा रहा है. ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए स्कूल भेजने से पहले माता पिता को सहमति फॉर्म पर अपने हस्ताक्षर यानि हामि भरनी होगी. उसके बाद ही छात्रों को स्कूल आने की अनुमति होगी, साथ ही स्कूल आना अनिवार्य नहीं होगा क्योंकि दिशा निर्देशों के अनुसार स्कूल आ रहे छात्रों का रिकॉर्ड जमा किया जाएगा लेकिन हाजिरी नहीं होगी. सरकार ने स्पष्ट किया है कि कंटेनमेंट ज़ोन के छात्रों को स्कूल आने की अनुमति नहीं है.

छात्रों को अपने सहपाठियों से कापी, किताब व अन्य सामग्री साझा नहीं करनी होगी. स्कूलों में प्रार्थना सभा और अन्य गतिविधियों का आयोजन भी प्रतिबंधित होगा. शालीमार बाग में मॉडर्न पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल अलका कपूर कहती हैं “हमने जुलाई से ही स्कूल में कोरोना वायरस को मद्देनजर रखते हुए सभी तैयारियां पहले से कर ली हैं, तकनीक का इस्तेमाल करते हुए स्कूल को मॉडिफाई किया गया है, अब खुशी है कि लंबे समय बाद छात्र छात्राएं स्कूल आएंगे.”

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