चीन में फिर से कोरोना वायरस ने फैलाए पैर, हुबई में 72 नए मामले दर्ज

चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस ने तबाही हुई है। चीन के हुबई प्रांत में एक बार फिर से कोरोना वायरस की वापसी हो गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक, हुबई प्रांत में 72 नए मामले दर्ज किए गए हैं। बीते दिन यह मामले दर्ज किए गए हैं। बता दें कि इससे पहले भी इस प्रांत में कोरोना वायरस के कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं। दुनिया में चीन के वुहान से ही कोरोना संक्रमण का प्रसार हुआ था। आज इस घातक वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। अमेरिका वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा संक्रमित देश बना चुका है वहीं दूसरे नंबर पर संक्रमित देश भारत है।

उधर, पूर्वी चीन में उत्पादित आइसक्रीम पर कोरोना वायरस पाए जाने से देश में हड़कंप मचा हुआ, जिसके बाद अधिकारियों ने उस बैच के आइसक्रीम के डिब्बों को वापस मंगाने का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक आइसक्रीम के तीन सैंपल कोरोना संक्रमित पाए गए थे।

सरकारी बयान में कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद बीजिंग से सटे तियानजिन इलाके में Daqiaodao फूड कंपनी को सील कर दिया गया है और उसमें काम करने वाले कर्मचारियों का वायरस का परीक्षण किया जा रहा है। फिलहाल आइसक्रीम से किसी के संक्रमित होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।

वैश्विक महामारी का कारण बनने वाला कोरोना वायरस चीन में पैदा हुआ और पूरी दुनिया में फैला।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले यह आरोप लगाया था और इसे चीनी वायरस करार दिया था। ट्रंप समेत दुनिया के कई नेताओं ने जांच की मांग की थी। इस पर डब्ल्यूएचओ ने वायरस का स्त्रोत जांचने के लिए चीन पहुंची है। हालांकि, शुरुआत में बीजिंग इसके लिए तैयार नहीं था।

आनाकानी के बाद चीन ने हाल ही में डब्ल्यूएचओ की टीम को अपने यहां आने की अनुमति दी थी। यह टीम पता लगाएगी कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति वुहान से हुई या नहीं। महामारी शुरू होने के बाद से ही बीजिंग पर यह आरोप लगता रहा कि उसके वुहान शहर स्थित लेबोरेटरी से ही कोरोना वायरस बाहर निकला। चीन अपने उपर लगे आरोपो को लगातार खारिज करता रहा है।

 

E-Paper