राजधानी रांची में जूनियर इंजीनियर और कंप्‍यूटर ऑपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

राजधानी रांची में शनिवार को जूनियर इंजीनियर एवं लेखा लिपिक कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी मांगों को लेकर बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से रास्ते को बंद कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि वह अपनी मांगों को लेकर सरकार के मंत्री और सचिव से मिलेंगे। पुलिस ने समूह बनाकर प्रदर्शन करने को गैरकानूनी मानते हुए मार्च की अनुमति नहीं दी।

इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक हो गई। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इसमें कुछ लोगों को हल्की चोटें आई हैं। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। राज्य सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा। आश्वासन पर कार्रवाई न होने के खिलाफ संबंधित कर्मचारियों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया।

बिरसा चौक धरना स्थल से झारखंड मंत्रालय जा रहे आंदोलनकारियों को पुलिस ने रोका

पंचायती राज लेखा लिपिक और इंजीनियरों के द्वारा पिछले 15 दिनों से बिरसा चौक के पास धरना दिया जा रहा है शनिवार दोपहर 1:00 बजे धरना स्थल से अचानक सभी आंदोलनकारी अपने हाथों में बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए झारखंड मंत्रालय की ओर जाने लगे। इस दौरान जगन्नाथपुर पुलिस ने एचईसी गेट को बंद कर दिया। दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी। गेट को जबरन खोलने पर आंदोलनकारी आमादा थे। पुलिस गेट को बंद कर दूसरी ओर मुस्तैद थी।

मामले की जानकारी पाकर सदर एसडीओ, एएसपी हटिया विनीत कुमार, सिटी एसपी सौरभ कुमार मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे कर्मियों को समझाया और कहा कि आपकी बात मंत्री और सरकार तक पहुंचा दी जाएगी। धरना कर्मियों को आगे जाने से मना कर दिया और गेट को बंद रखने का आदेश दिया। मौके पर जितने भी आंदोलनकारी थे, वे वहीं पर अपने हाथों में बैनर लेकर धरना स्थल पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। अभी तक धरनास्थल पर ही लोग बैठे हैं और गेट बंद है।

 

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