केजरीवाल सरकार का नया आदेश, ब्रिटेन से लौटे लोगों को 14 दिन रहना होगा क्‍वारंटीन

दिल्ली ने यूनाइटेड किंगडम से आने वाले यात्रियों पर 14 दिवसीय क्‍वारंटीन आदेश को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। क्‍वारंटीन को ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए स्‍ट्रेन के प्रसार के बाद रखा गया था। भारत में अब तक वायरस के यूके स्ट्रेन के 109 मामले सामने आए हैं। उनमें से सात का पता पिछले 24 घंटों में चला है।

अरविंद केजरीवाल सरकार ने पिछले सप्ताह अपने क्‍वारंटीन नियमों को संशोधित किया था, जिसमें कहा गया था कि सभी यात्रियों को सात दिनों की संस्थागत क्‍वारंटीन और एक समान अवधि के घर में क्‍वारंटीन रहना होगा – भले ही वे वर्तमान परिणामों को देने वाले आरटी-पीसीआर परीक्षणों के साथ कोविड टेस्‍ट में नेगेटिव पाया गया हो।

कहा जाता है कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना का नया स्‍ट्रेन 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। पिछले 24 घंटों में ब्रिटेन ने कोरोना से 1,564 मौतें दर्ज कीं, कुल मिलाकर 84,767 मौते के साथ यह इटली के साथ यूरोप में सबसे अधिक है।

नया स्‍ट्रेन डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर तक पहुंच चुका है। शुरुआत में केंद्र सरकार ने 23 दिसंबर को यूके और भारत के बीच उड़ान सेवाओं को निलंबित कर दिया, जो 7 जनवरी से फिर शुरू हो गई है।

देश में कोरोना के नए स्‍ट्रेन पर ब्रेक लगाने के लिए केंद्र ने देश भर में 10 प्रयोगशालाओं को मिलाकर एक विशाल जीनोम अनुक्रमण टेस्‍ट शुरू किए हैं। इस सूची में वह 33,000 यात्री हैं, जिन्‍हें यूके से लौटने पर कोरोना वायरस टेस्‍ट कराना था।

सरकार उन यात्रियों का भी पता लगा रही है और उनका परीक्षण कर रही है, जो दिसंबर में पहले भारत पहुंचे हैं।

पिछले 24 घंटों में भारत ने 16,946 ताजा कोविद मामले दर्ज किए, जोकि कुल केसलोड को 1.05 करोड़ लो गए हैं। इसके साथ ही 198 लोगों की मौत के साथ देश में मरने वालों की तादाद 1,51,727 हो गई है।

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