मायावती ने नरेंद्र मोदी के शासनकाल की तुलना अघोषित आपातकाल से की

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश और केंद्र सरकार निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं। आपातकाल को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणी पर प्रतिकिया करते हुए मायावती ने कहा कि गत चार वर्ष से देश में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल बना है। कांग्रेस द्वारा लगभग 42 वर्ष पहले देश पर राजनीतिक आपातकाल थोपा गया परंतु अब देश नोटबंदी के आर्थिक आपातकाल के साथ-साथ हर एक मामले में अघोषित आपातकाल झेल रहा है।

मंगलवार को जारी किए बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा घोर गरीब, मजदूर, किसान, दलित व पिछड़ा वर्ग विरोधी है। इन वर्गो के हितों की बात करने से पहले भाजपा नेताओं को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उनका कहना है कि भाजपा दलितों और पिछड़े वर्ग को मौलिक अधिकारों और आरक्षण संवैधानिक अधिकार से भी वंचित रखने की साजिश रच रही है। आरक्षण को निष्प्रभावी बनाने के साथ बड़े पूंजीपतियों की निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। 

मायावती ने संविधान में उचित संशोधन करते हुए निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू कराने की मांग दोहराते हुए सामान्य और अल्पसंख्यक वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने की पैरवी की। उन्होंने कहा कि आरक्षण को नकारात्मक सोच के नजरिए से देखने के बजाए सामाजिक परिवर्तन के व्यापक हित में सकारात्मक व मानवतावादी प्रयास के रूप में देखना चाहिए। 

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जातिवादी घृणा और द्वेष को जहर लोगों में भर रही है। बसपा प्रमुख ने कहा कि दलित व उपेक्षितों को उत्पीडऩ मुक्त करा देना ही सच्ची सच्ची देशभक्ति है, जिसमें विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकारें बुरी तरह विफल साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आम जनता के प्रति अपनी कानूनी व संवैधानिक जिम्मेदारी से भागने के लिए हर दिन नए शिगूफे छोड़ती रहती है। 

E-Paper