हरियाणा के करनाल में किसान महापंचायत में हुए बवाल को लेकर 71 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

हरियाणा के करनाल में हुई बवाल को लेकर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने 71 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इन लोगों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है।

यहां पर खट्टर का विरोध कर रहे किसानों ने मेकशिफ्ट हेलिपैड को तोड़ दिया, जहां खट्टर के हेलिकॉप्टर को उतरना था, जिसके परिणामस्वरूप हरियाणा महापंचायत रद्द कर दी गई। हरियाणा पुलिस ने किसानों को कैमला गांव की ओर जाने से रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसूगैस के गोले का इस्तेमाल किया। फिर भी किसान कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने और महापंचायत के रद्द कराने में कामयाब रहे।

किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में भाजपा के होर्डिंग्स और उखाड़ दिए गए बैनर भी फाड़ दिए। प्रदर्शनकारी किसानों ने पहले काले झंडे लिए और भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, क्योंकि उन्होंने कैमला गांव की ओर मार्च करने का प्रयास किया।

मुख्यमंत्री खट्टर ने बीकेयू (चारुनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुणी पर कांग्रेस और कम्युनिस्टों को “लोगों को भड़काने” का आरोप लगाया। हालांकि, किसानों ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कृषि विरोधी कानूनों के साथ चोटों पर नमक रगड़ने की कोशिश कर रहा है।

कल करनाल के कैमाला गांव में सीएम मनोहर लाल खट्टर का किसान महापंचायत कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल खट्टर किसानों के साथ संवाद कर उन्हें नए कृषि कानूनों का फायदा बताने वाले थे, लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यहां सीएम आने के पहले पहुंच गए और हंगामा करने लगे। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

वहीं किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने दावा किया है कि विरोध प्रदर्शन के पीछे उनके समर्थकों का हाथ था।

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