भारतीय छात्रों के लिए चीन नहीं दे रहा चार्टर्ड विमान सेवा को अनुमति, भारत ने उठाया मुद्दा

चीन ने कोविड-19 महामारी का बहाना लेकर भारत से चार्टर्ड विमान सेवा शुरू करने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है। कहा है कि भारत के जो छात्र चीन के विश्वविद्यालयों में पढ़ते हैं, वे भारत से ही ऑनलाइन क्लासेज ले सकते हैं। यह जानकारी बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने दी है। दूतावास ने भारतीय छात्रों का मसला चीन सरकार के समक्ष रखा था। चीन में कोविड के मामले नियंत्रित हो जाने और काफी हद तक स्थिति सामान्य होने के बावजूद अधिकारी महामारी से बचाव के नाम पर मनमाने नियम लागू किए हुए हैं।

चीन स्थित भारतीय दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भारतीय दूतावास ने कई बार इस मुद्दे को चीन के सामने उठाया है। भारत ने चीनी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने वाले भारतीय छात्रों का अध्ययन फिर से शुरू होने का मुद्दा उठाया है लेकिन चीन की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है। चीनी अधिकारियों ने भारत और चीन के बीच किसी भी चार्टर्ड उड़ानों के संचालन की अनुमति से इनकार कर दिया है।

भारतीय नागरिकों के लिए चीन का वीजा जारी करने का कार्य दो नवंबर, 2020 से रुका हुआ है। अब चीन में हालात ठीक हो चुके हैं लेकिन वीजा जारी होने का कार्य शुरू नहीं हुआ है। चीनी अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच किसी तरह की विमान सेवा या चार्टर्ड सेवा शुरू करने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि भारत के 23 हजार छात्र चीन के विश्वविद्यालयों में पढ़ते हैं। इनमें से ज्यादातर छात्र कोरोना संक्रमण काल में भारत आ चुके हैं।

चीन में फंसे दो जहाजों के चालक दल में बदलाव की मांग

बीजिंग में भारतीय दूतावास ने चीनी पानी में फंसे दो जहाजों के चालक दलों में बदलाव के लिए मंजूरी मांगी है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। एक वर्चुअल ब्रीफिंग में बात करते हुए, MEA के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे राजदूत ने फिर से चीनी उप विदेश मंत्री के साथ इस मुद्दे को व्यक्तिगत रूप से उठाया है और दो जहाजों में सवार भारतीय विमान चालक आनंद और एमवी अनास्तासिया के साथ चालक दल के बदलाव के लिए जल्द मंजूरी का अनुरोध किया है।

 

E-Paper