लश्कर-ए-तैयबा कमांडर और 26/11 हमले के प्रमुख साजिशकर्ता लखवी को 15 साल की सुनाई गई सजा

लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के प्रमुख साजिशकर्ता जकीउर रहमान लखवी को उसकी गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद ही पाकिस्तानी अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई है।

लखवी, जो आतंकवादी संगठन का ऑपरेशन कमांडर है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2008 में मुंबई हमलों के बाद उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था।

लश्कर के आतंकवादी को लाहौर में पंजाब काउंटर टेरर डिपार्टमेंट द्वारा दर्ज किए गए एक आतंकी फंडिंग मामले के सिलसिले में 2 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। वह कथित रूप से आतंकवाद के लिए फंड का उपयोग कर एक डिसपेंस्री चला रहा था।

2008 में 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद लखवी एक महत्वपूर्ण साजिशकर्ता था, जब पाकिस्तान के 10 भारी हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने भारत की वित्तीय राजधानी में घुसकर तबाही मचाई, जिसमें 166 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

लश्कर कमांडर को अप्रैल 2015 में लगभग छह साल हिरासत में बिताने के बाद पाकिस्तानी जेल से रिहा कर दिया गया था। उनकी हालिया गिरफ्तारी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा लखवी के लिए 1.5 लाख रुपये के मासिक “बुनियादी खर्च” को मंजूरी देने के कुछ हफ्ते बाद आती है।

इस बीच, पाकिस्तान में एक आतंकवाद-रोधी अदालत (एटीसी) ने गुरुवार को आतंकी फंडिंग के आरोपों के लिए अभियुक्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।

एटीसी गुजरानवाला ने पंजाब पुलिस के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) द्वारा कुछ जेएम आतंकवादियों के खिलाफ लगाए गए एक आतंकी फंडिंग मामले में सुनवाई के दौरान वारंट जारी किया।

सूत्रों का दावा है कि अजहर अपने पैतृक शहर बहावलपुर में एक “सुरक्षित जगह” में छिपा है।

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