श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल वेस्टइंडीज के खिलाफ बारबाडोस में होने वाले तीसरे व अंतिम डे-नाइट टेस्ट का हिस्सा नहीं होंगे। क्योंकि बॉल टेंपरिंग मामले में उन्हें एक मैच के लिए प्रतिबंधित करने के आईसीसी के फैसले के खिलाफ अपील खारिज हो गई है।
दरअसल, आईसीसी ने शनिवार को अपने बयान में कहा, ‘ज्यूडिशल कमिशन के प्रमुख माइकल बेलॉफ ने चांडीमल की खारिज कर दी है। दरअसल, उन्हें ग्रास आइसलेट में हुए दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन गेंद से छेड़छाड़ करने के मामले में दोषी पाया गया था।
गौरतलब है कि चंडीमल को आईसीसी के क्लॉज 41.3 के उल्लंघन पर एक मैच के बैन की सजा सुनाई गई थी। चंडीमल पर आरोप था कि वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान वह जेली के जरिए बॉल टेंपरिंग करने की कोशिश कर रहे थे।
मैच के तीसरे दिन अंपायर अलीम दार और इयान गाउल्ड ने मेहमान टीम से गेंद को बदलने की मांग की क्योंकि अंपायर गेंद की स्थिति से संतुष्ट नहीं थे। अंपायर का कहना था कि मैच के दूसरे दिन गेंद की स्थिति में बदलाव किया गया था। गेंद बदलने की मांग से नाराज होकर श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने मैदान पर आने से इंकार कर दिया था और मैदान पर दो घंटे देर से उतरी थी।
बता दें कि बॉल टेंपरिंग के बाद उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में चार डिमेरिट अंक भी जोड़ गए। टीवी फुटेज में दिखाया गया था कि दिनेश ने अपनी जेब से कुछ निकाला और कुछ सेकंड उसे चबाने या निगलने के बाद अपनी उंगली पर कुछ थूका और उस लार से गेंद को चमकाने का प्रयास किया।
हालांकि, श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल ने बॉल टेंपरिंग के आरोपों को खारिज किया था और बैन के खिलाफ अपील की थी। बहरहाल, इस पूरे मामले की पूरी सुनवाई 10 जुलाई को की जाएगी। यदि वह दोषी पाए जाते हैं तो हो सकता है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज से बाहर हो जाए।