जालंधर में सरकारी स्कूल खुलने के दूसरे दिन क्लास में मात्र 30 प्रतिशत पंहुचे स्टूडेंट्स

राज्य सरकार ने सात जनवरी से सरकारी प्राइमरी स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं। पांचवीं से बाहरवीं तक के स्टूडेंट्स को ही कक्षाएं लगाने की इजाजत दी गई है। रिओपनिंग के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन स्कूलों में विद्यार्थियों की गिनती कम देखी गई है। केवल तीस प्रतिशत स्टूडेंट्स ने ही हाजिरी दर्ज करवाई है। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की गिनती तीस प्रतिशत ही दर्ज की गई है। 70 प्रतिशत विद्यार्थी स्कूल परिसर में नहीं पहुंच रहे हैं। शुक्रवार सुबह सोढल रोड स्थित देवी सहाय सनातन धर्म सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लाडोवाली रोड में मौजूद अध्यापक क्लास रूम में बच्चों को पढ़ाते नजर आए।

दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन पूरी सावधानी बरत रहा है। क्लास रूम को सैनिटाइज करने के साथ-साथ आने वाले विद्यार्थियों के शरीर का तापमान भी चेक किया जा रहा है। कोविड-19 वायरस की गंभीरता को देखते हुए अभिभावक बच्चों को स्कूल छोड़ने आ रहे हैं। इससे पहले वीरवार को स्कूलों में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की गई थी। इसमें आने वाले अभिभावकों से बच्चों को स्कूल में भेजने की सहमित ली गई थी। बता दें कि सरकार की ओर जारी गाइडलाइन के मुताबिक अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं हैं। अगर वे सहमति नहीं देते हैं तो स्टूडेंट के लिए आनलाइन स्टडी का विकल्प खुला है।

निजी स्कूल 15 जनवरी के बाद खुलेंगे

इधर, सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन के अधीन आने वाले स्कूल अभी तक नहीं खोले गए हैं। यहां प्रबंधन ने 15 जनवरी के बाद स्कूल खोलने का फैसला लिया है। फिलहाल स्कूलों में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इंतजाम पूरे किए जा रहे हैं।

 

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