झारखंड: कोरोना वैक्सीनेशन और ड्राई रन के लिए दिशा-निर्देशों की दी गई जानकारी

कोविड-19 वैक्सीनेशन में सहयोग और सहभागिता को लेकर 7 जनवरी को रांची समाहरणालय ब्लाॅक ए स्थित कमरा संख्या 207 में प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों एवं प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में सिविल सर्जन रांची, अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू तथा कोविड-19 की रोकथाम के लिए गठित विभिन्न कोषांगों के वरीय या प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में निजी अस्पतालों के संचालकों/प्रतिनिधियों को कोविड वैक्सीनेशन और कोविड ड्राई रन की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डाक्टर अनूप ने भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के बारे में निजी अस्पतालों के संचालकों को बताया।

भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार वैक्सीनेशन सेंटर में हेल्प डेस्क एरिया, वेटिंग एरिया, वैक्सीनेशन रूम और आब्जर्वेशन रूम की व्यवस्था से संबंधित जानकारी दी गई। वैक्सीनेशन सेंटर पर शौचालय, पानी, बिजली, इंटरनेट कनेक्टिविटी, वेंटीलेशन, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर भी निजी अस्पतालों को बताया गया।

बताया गया कि एक सेंटर में 5 लोगों की टीम होगी। इनमें चार वैक्सीनेशन आफिसर और एक वैक्सीनेटर होंगे। सेंटर पर आने वाले लाभार्थियों का वेरिफिकेशन करने के बाद कोविन (Cowin) अप्लीकेशन पर उनके रिकॉर्ड की एंट्री की जाएगी। वैक्सीनेशन सेंटर पर आने वाले लाभार्थियों की पहचान फोटोयुक्त पहचान पत्र से की जाएगी।

सिविल सर्जन रांची वीबी प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल और जिले के सभी सीएचसी में कल कोविड ड्राई रन किया जाएगा। सीएचसी में किसी तरह की समस्या आने पर दूसरे साइट पर ड्राई रन की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि ड्राई रन को लेकर निजी अस्पतालों के साथ आपरेशनल गाइडलाइन शेयर किया गया है, डे आफ्टर टूमौरो निजी अस्पताल भी ड्राई रन करने की कोशिश करें। सदर अस्पताल और सीएचसी में कल होने वाले ड्राई रन की व्यवस्था देखने के लिए निजी अस्पतालों को आमंत्रित किया गया है। साथ ही ड्राई रन करनेवाले निजी अस्पतालों से सूची भी मांगी गई है।

कोविड-19 वैक्सीनेशन के पहले फेज के लिए तीन प्रायरिटी ग्रुप बनाए गए हैं। इनमें सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स, इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स और फिर 50 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोग हैं।

 

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