छत्तीसगढ़: खराब मौसम की वजह से दुर्ग के किसानों की बढ़ी चिंता, फसल को हो सकता है भारी नुकसान

दुर्ग जिले में पिछले कुछ दिनों से मौसम खराब चल रहा है। खासकर सुबह के समय आसमान पर बादल छा रहे हैं। गुरुवार को भी मौसम का हाल ऐसा ही बना रहा। मौसम में निरंतर खराबी की वजह से चना, लाखड़ी, मसूर सहित सब्जी फसल को नुकसान पहुंचाने की आशंका बनी हुई है। लाखड़ी, भिंडी, मिर्च में तो कीड़ा व्याधि का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है। दुर्ग-भिलाई सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में गुरुवार सुबह से ही आसमान पर बादल छाए रहे।

सुबह दस बजे के आसपास कहीं-कहीं हल्की बूंदा-बांदी भी हुई। दोपहर 12 बजे के बाद बादल छंटने के साथ ही धूप निकल आई, लेकिन दोपहर एक बजे के आस-पास मौसम का रूख फिर बदला हुआ नजर आ रहा है। आसमान पर फिर से बादल छाए हुए हैं। पिछले दो-तीन दिन से मौसम का हाल ऐसा ही बना हुआ है। खराब मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मोहलई के किसान कृष्णा देवांगन ने बताया कि आसमान पर बादल छाने के कारण चना, लाखड़ी, मसूर की फसल में कीट व्याधि का प्रकोप देखने को मिल रहा है।

बोड़ेगांव के किसान रवि ताम्रकार ने बताया कि गोभी, मिर्च सहित अन्य सब्जी फसल को भी नुकसान पहुंच सकता है। उल्लेखनीय है कि बीच-बीच में मौसम खराब होने की वजह से पहले भी सब्जी फसलों को नुकसान पहुंच चुका है। इधर, मौसम विभाग ने आगे भी आसमान पर बादल छाए रहने की चेतावनी दी है।

धान की सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता

वर्तमान में मौसम की स्थिति को देखते हुए खरीद केंद्रों में रखे धान की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ने लगी है। खरीद केंद्रों में किसान धान बेचने भी जा रहे हैं। ऐसे किसान भी मौसम के मिजाज को देखकर चिंतित हैं। बारिश होने की सूरत में यदि धान भीग गया, तो उसकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।

वर्तमान में दुर्ग जिले के 90 खरीद केंद्रों में करीब 17 लाख क्विंटल धान डंप है। हालांकि, मार्कफेड द्वारा धान की सुरक्षा को लेकर समितियों को सावधानी सतर्कता बरतने कहा गया है। सभी केंद्रों में धान को बारिश के पानी से भीगने बचाने के लिए कैप कवर पहले से ही उपलब्ध कराया जाना बताया जा रहा है।

 

 

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