सुशील मोदी ने लालू पर लगाया आरोप, कहा- फ़ोन से जोड़तोड़ की कर रहे हैं सियासत

बिहार में अब भी सियासी उठापटक चल रही है। यहाँ एक बार फिर से वार-पलटवार चलने लगे हैं। जी दरअसल विपक्ष हर एक मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए तैयार खड़ी है। वहीं सत्ता पक्ष के नेता भी जवाब देने में पीछे नहीं हैं। अब इसी क्रम में बीते शनिवार को राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को निशाने पर लिया है। जी दरअसल सुशील मोदी ने आरजेडी पर जेल में बैठे-बैठे बिहार की राजनीति को अस्थिर करने का आरोप लगा डाला है। उन्होंने बीते शनिवार को एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने कहा है कि, ‘बिहार में भाजपा और जदयू के बीच लगभग दो दशक पुरानी दोस्ती से जलने वाले तत्वों की वजह से हमारे बीच एक बुरा दौर आया और गुजर गया। हमें जनता ने जब फिर सेवा का मौका दिया, तो विपक्ष की छाती फटने लगी।’

इसी के साथ अपने ट्वीट में उन्होंने यह भी कहा कि, ‘सजायाफ्ता लालू प्रसाद रांची रिम्स के पेइंग वार्ड से जेल नियमों का उल्लंघन कर मोबाइल फोन के जरिये लगातार आरजेडी नेताओं को निर्देश देकर जोडतोड को बढ़ावा दे रहे हैं। जिन लोगों ने ट्रांसफर-पोस्टिंग को कमाई का जरिया बना लिया था, वे मलाई न मिलने के कारण के रुटीन प्रशासनिक काम को राजनीतिक रंग देना चाहते हैं।’ आगे अपने ट्वीट में उन्होंने यह भी लिखा है कि, ‘एनडीए में परस्पर सम्मान और विश्वास के मजबूत आधार पर काम करते हुए दोनों दलों ने मिल कर बिहार को जंगलराज उबार कर विकास की दर दहाई अंकों में बनाये रखी। राज्य को लालटेन युग से बाहर लाकर हर गांव को बिजली पहुँचायी गई। कृषि रोड मैप लागू किया गया। राज्य को उच्च शिक्षा के नये-नये संस्थान मिले। सरकार अब 20 लाख लोगों को रोजगार देने की योजना पर काम कर रही है। उद्योग विभाग सिंगल विडो सिस्टम शुरू करने जा रहा है। दूसरी तरफ कुछ लोग विकास की लय तोडने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं।’

जी दरअसल बीते कुछ दिनों में सूबे की राजनीति में कई तरह के बदलाव हो गए हैं। जी दरअसल अरुणाचल में जेडीयू विधायक बीजेपी में चले गए, आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी ने सीएम नीतीश को ऑफर दिया, नई सरकार में मंत्री मंडल का अब तक विस्तार नहीं हुआ, यह सभी बातें कई संभावनाओं और आशंकाओं को जन्म दे चुकीं हैं।

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