रामगढ़ के मस्जिद कॉलोनी में पत्‍थरबाजी, दो समुदायाें में जमकर हुई मारपीट, पुलिस के आने हालात काबू

रामगढ़ जिले की पीटीपीएस ग्राम पंचायत कोतो के मस्जिद कॉलोनी खटाल में शुक्रवार देर शाम नया साल की खुशियां मनाने के दौरान डीजे में गाना बजाने को लेकर हुए विवाद में दो समुदाय आपस में भिड़ गए। काफी देर तक दोनों पक्षों की ओर से जमकर पत्थरबाजी की गई। वहीं, लाठी-डंडे भी चलाए गए। पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो, सीओ निर्भय कुमार, सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर लिलेश्वर महतो,  पतरातू थाना प्रभारी भरत पासवान समेत अन्य दर्जनों पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात को काबू किया।

इस घटना में घायल अनिल कुमार, मो. फैजान, शहबाज आलम व राजा को प्राथमिक इलाज के लिए पतरातू ब्लॉक अस्पताल भेजा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल को इलाके में तैनात कर दिया गया है।

पतरातू घाटी में आम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे सरकार
पतरातू घाटी और रामगढ़ जिला में पतरातू डैम अवस्थित है। यह दोनों स्थल झारखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुका है। यहां रोज राज्य के विभिन्‍न हिस्सों से हजारों लोग घूमने आ रहे हैं। मगर हाल के दिनों में यहां बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंचने लगे हैं जो पर्यटक के रूप में आकर इर्द गिर्द ही शराब पीकर हुड़दंगई करते रहते हैं। इसके साथ ही आने-जाने वाले लोगों को परेशान करते हैं। इनकी वजह से कई बार झगड़ा-झंझट भी हो जाता है। इसे देखते हुए झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा ने मुख्य सचिव, उपायुक्त रांची और उपायुक्त रामगढ़ को पत्र लिखा है।
पत्र में बताया गया है कि रोज आने वाले हजारों पर्यटकों के कारण डैम स्थल और घाटी में सैंकड़ों की संख्या में दो पहिये और चार पहिये वाहनों की कतार लगी रहती है। इससे भुरकुंड़ा-पतरातू-रांची सड़क इन जगहों में जाम रहता है। चूंकि रांची राजधानी जाने का यही सड़क है और जाम रहने के कारण विभिन्‍न कार्यों से आने-जाने वालों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अक्सर सड़क जाम रहने के कारण लोगों के फ्लाईट, ट्रेन छूट जाते हैं। मरीजों को लेकर जाने-आने वाली गाडियां भी कई बार फंस जाती है। मोर्चा की तरफ से सरकार और जिला प्रशासन से मांग की गयी है कि इस रास्ते पर आने जाने वाले आम यात्रियों की सुरक्षा सरकार सुनिश्चित करे। इसके साथ ही घाटी के इलाके में ट्रैफिक व्यवस्था भी दुरूस्त की जाए।

जामताड़ा में साइबर अपराध के चार आरोपित गिरफ्तार, एक फरार

करमाटांड़ में साइबर अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। इसी सिलसिले में गुरुवार शाम में करमाटांड़ थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर क्षेत्र के सिंदरजोरी गांव में छापेमारी कर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर पुलिस की भनक पाते ही एक आरोपित फरार हो गया। साइबर अपराध के गिरफ्तार आरोपितों में जमीर अंसारी, इरफान अंसारी, समीर अंसारी, मिराज अंसारी शामिल है, जबकि फरार हुए आरोपित का नाम बताने में पुलिस असमर्थता व्यक्त रही है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के पास से कुल नौ मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। सभी को साइबर अपराध को अंजाम देते हुए सिंदरजोरी गांव स्थित एक के घर के पीछे से पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपितों को साइबर थाना भेज दिया गया है। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी हरङ्क्षवदर ङ्क्षसह ने कहा कि साइबर क्राइम करने वाले लोगों की अब खैर नहीं है। किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। बता दें कि करमाटांड़ थाने की पुलिस ने गत बुधवार को भी हेठकरमाटांड़ गांव से चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था।

 

 

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