छत्तीसगढ़: वैक्सीन लगते ही CMHO की बिगड़ी तबियत, खुजली के साथ आने लगे चक्कर

कोरोना से बचाव के लिए सबसे पहले जिला अस्पताल दुर्ग के सीएमओएच ने वैक्सीन लगवाया। वैक्सीन लगवाने के दस मिनट बाद उन्होंने शरीर में खुजली होने की शिकायत की। कुछ ही देर बाद उन्हें चक्कर भी आने लगा। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अमला ने एंबुलेंस 108 को फोन कर तत्काल बुलवाया और सीएमएचओ को तत्काल जिला अस्पताल में बनाए गए ट्रीटमेंट कक्ष में भर्ती कराया गया। जहां मौजूद चिकित्सकों ने उनका तत्काल इलाज शुरू किया। कुछ ही देर बाद सीएमएचओ स्वस्थ्य हो गए।

यह वाक्या शनिवार को दुर्ग के जेआरडी स्कूल में हुआ जहां कोरोना वैक्सीनेशन से लिए ड्राय रन किया गया। इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, आने वाले दिनों में लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सीन आने से पहले टीकाकरण की तैयारियों का रिहर्सल किया जा रहा है। ताकि असली टीकाकरण के दौरान व्यवस्था में किसी तरह की खामी न रहे और टीका लगवाने वाले लोगों को परेशान होना पड़ा।

शनिवार को सुबह 10 बजे से जेआरडी स्कूल दुर्ग में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का ड्राय रन शुरू किया गया। इसके लिए 25 हितग्राहियों के नामों की सूची तैयार की गई थी। इन हितग्राहियों (हेल्थ वर्कर) को शनिवार को टीकाकरण के लिए जेआरडी स्कूल में बारी-बारी से निर्धारित समय पर उपस्थित होने की सूचना पहले से ही दे दी गई थी। वैक्सीन के ड्राय रन के दौरान सीएमएचओ डा. गंभीर सिंह ठाकुर, जिला टीकाकरण अधिकारी डा.सुदामा चंद्राकर, डिप्टी कलेक्टर दिव्या वैष्णव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर डा. नरेंद्र भुरे भी टीकाकरण के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डा.प्रियंका शुक्ला ने भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

इस तरह बनाई गई व्यवस्था

टीकाकरण के लिए चिह्नित हितग्राही को अपने परिचय पत्र लेकर वैक्सीनेशन के लिए बनाए गए सेंटर में पहुंचना है। जहां मौजूद पुलिस कर्मी को उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाना पड़ेगा। वास्तविक हितग्राही को चिह्नांकित करने के बाद उसे अलग से बनाए गए प्रतीक्षा कक्ष में बैठने कहा जाएगा। इससे पहले पुलिस कर्मी हितग्राही का थर्मल स्क्रीनिंग कर फीवर चेक करेगा। प्रतीक्षा कक्ष में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए बैठक व्यवस्था की गई है।

माइक पर जिस हितग्राही का नाम पुकारा जाएगा, वह पंजीयन काउंटर में जाएगा। यहां ड्यूटीरत स्वास्थ्य कर्मी मोबाइल एप में संबंधित हितग्राही के नाम पता व का मिलान करेगा और उसके वास्तिक हितग्राही होने की पुष्टि करेगा। इसके बाद उसे टीकाकरण के लिए बनाए गए कक्ष में भेजा जाएगा। टीकाकरण कक्ष में मौजूद नर्स उसे टीका लगाएगा। टीका लगाने के बाद बताया जाएगा कि आपको कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जा चुका है। अगले कक्ष में आपको आधे घंटे तक बैठना है।

इस बीच यदि किसी तरह की परेशानी होगी, तो मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अमले को तत्काल जानकारी देना है। आब्जर्वेशन रूम में टीका लगवाने वाले हितग्राही को आधे घंटे तक बैठना है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के लोग आएंगें और हितग्राही से उसके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लेंगे। किसी तरह की परेशानी आने पर तत्काल उसका उपचार शुरू करेंगे अथवा इलाज की व्यवस्था करेंगे।

ड्राय रन में 25 लोग शामिल

सीएमएचओ डा. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि ड्राय रन में 25 लोगों को शामिल किया गया है। ड्राय रन के दौरान जो भी खामियां सामने आएंगी, उसे असली वैक्सीनेशन के दौरान सुधार लिया जाएगा। ड्राय रन का उद्देश्य ही यही है।

 

 

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