नक्सलियों-उग्रवादियों का जड़ से होगा खत्मा, साइबर क्राइम और महिला सुरक्षा पर बेहतर होगी पुलिसिंग

नए साल के साथ रांची पुलिस ने भी बेहतर पुलिसिंग का भरोसा दिलाते हुए संकल्प लिया है। रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा है जिले को अशांत करने वाले उग्रवादी हों नक्सली, अपराधी या कोई भी असामाजिक तत्व उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नक्सलियों और उग्रवादियों का रांची में जड़ से सफाया हो जाएगा। नए साल में इन नक्सलियों उग्रवादियों और अपराधियों को यह मौका दिया जा रहा है कि वह पुलिस के सामने हथियार डाल दें। वरना शहर को अशांत करने की कोशिश करने वालों के लिए अंजाम देख चुके हैं। हाल के दिनों में आतंक का पर्याय बने पुनई उरांव का एनकाउंटर किया गया।

जबकि सुल्तान जी, परमेश्वर गोप, तुलसी पाहन जैसे कई उग्रवादियों को जेल का हवा दिखाया गया, इसी तरह रांची पुलिस का संकल्प होगा कि महिला सुरक्षा से जुड़े हर मामले पर पुलिस संवेदनशील होगी। महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए हर कदम पर पुलिस बेहतर कार्रवाई करेगी। इसके अलावा साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए साइबर सेल और तकनीकी सेल को और मजबूत किया जाएगा। तकनीकी एक्सपर्ट के जरिए रांची के हर अनुसंधानकर्ताओं को भी प्रशिक्षण दिलाकर साइबर क्राइम के मामलों की रोकथाम और साइबर अपराध करने वाले अपराधियों को पकड़ने की दिशा में कार्रवाई होगी। इसके अलावा साइबर क्राइम से बचने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।

बीट पुलिसिंग की होगी शुरुआत, हर गली मोहल्लों में तैनात होंगे जवान

क्राइम कंट्रोल के लिए नए सिरे से बीट पुलिसिंग की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। जल्द ही शहर के गली मोहल्लों में बीट अफसर तैनात कर दिए जाएंगे। बीट पुलिसिंग इसलिए फिलहाल टाइगर जवानों को लगाया गया है उनके समन्वय के लिए हर बीट पर पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। अपराधिक घटनाओं को रोकने और पुलिस की सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए मोहल्ला व बीट पुलिसिंग की शुरुआत नये सिरे से की जायेगी। इसका उद्देश्य पुलिस की सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने, पुलिस को पीपुल्स फ्रेंडली बनाना है। आमलोगों की सहभागिता से ही क्राइम कंट्रोल होगा।

घरों के अंदर के कई मामले पुलिस के पास नहीं आ पाते हैं। महिलाओं व बच्चों के कई मामले लोक लाज के डर से दब जाते हैं। वे घरों की सूचनाएं भी पुलिस को देंगे और पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी। आम जन की सहभागिता से समस्याएं हल होंगी। मोहल्ला पुलिसिंग की शुरुआत होने से आम आदमी पुलिस से सीधे तौर पर जुड़ पाएंगे और अपनी समस्याओं को रख पाएंगे। इसके अलावा अपराधिक गतिविधियों और अवैध धंधों की भी सूचना पुलिस को सीधे तौर पर मिलेगी। पुलिस तत्काल ऐसी सूचनाओं पर और समस्याओं पर कार्रवाई करेगी। मोहल्ला पुलिसिंग के लिए पुलिस ने लगभग खाका तैयार कर लिया है।

 

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