PM मोदी ने कहा-‘दवाई भी और कड़ाई भी’ यह 2021 के लिए होगा हम लोगों का मंत्र
पीएम नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को गुजरात के राजकोट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कोरोना वायरस तथा उसकी वैक्सीन पर भी चर्चा की। उन्होंने देश को जानकारी दी कि कोरोना वायरस की वैक्सीन निर्माण के आखिरी चरणों में है। वैक्सीन शीघ्र ही आने वाली है। हम टीकाकरण को सफल बनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से पहले हमारा हेल्थ सेक्टर भिन्न-भिन्न दिशा में, अलग अलग अप्रोच के साथ कार्य कर रहा था। प्राइमरी हेल्थ केयर का अपना अलग सिस्टम था, गांव में सुविधाएं न के बराबर थी। हमने हेल्थ सेक्टर में होलिस्टिक ढंग से कार्य आरम्भ किया। हमने जहां एक ओर प्रिवेंटिव केयर पर बल दिया, वहीं उपचार की आधुनिक सुविधाओं को भी प्राथमिकता दी।
आइये जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें।।।
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2020 ने हमें सिखाया कि स्वास्थ्य ही संपदा है। यह पूरा वर्ष चुनौतियों भरा रहा। कोरोना वैक्सीन की तैयारी अब अंतिम फेज में है। नया वर्ष इलाज की उम्मीद लेकर आ रहा है। नए वर्ष में हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सिनेशन प्रोग्राम चलाने की तैयारी कर रहे हैं।
2. मोदी ने कहा, ‘कोरोना की वैक्सीन शीघ्र ही आने वाली है। किन्तु कोरोना संक्रमण को देखते हुए ढिलाई नहीं बरतनी है। मैंने पहले कहा था- दवाई नहीं तो ढिलाई नहीं, अब मैं बोल रहा हूं- दवाई भी और कड़ाई भी। यह 2021 के लिए हम लोगों का मंत्र होगा।’
3. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘वर्ष 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फैसिलिटी के साथ विदाई देना, इस वर्ष की चुनौती को भी बताता है तथा नए वर्ष की प्राथमिकता को भी दर्शाता है। भारत में बनी वैक्सीन प्रत्येक जरूरतमंद तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें आखिरी चरण में हैं।
4. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा, ‘यह वर्ष पूरी दुनिया के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियों से भरा रहा है। स्वास्थ्य ही संपदा है। स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू प्रभावित होता है। पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आता है। इसलिए वर्ष का ये आखिरी दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है। कर्तव्य पथ पर जिन मित्रों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं।’
5. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमने जहां गरीब का उपचार पर होने वाला खर्च कम किया। वहीं इस बात पर भी जोर दिया कि डॉक्टरों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो। आज हेल्थ और वैलनेस को लेकर देशभर में एक सतर्कता आई है, गंभीरता आई है। शहरों के साथ ही दूर-दराज के गांवों में भी ये सतर्कता हम देख रहे हैं।’
6. मोदी ने कहा, ‘आज बीमारी ग्लोब्लाइज हो रही हैं। इसलिए इन रोगों से निपटने के लिए हमें भी एकजुट होना पड़ेगा। हमें साथ काम करना होगा। आज भारत के पास क्षमता भी है तथा सेवा की भावना भी है। इसलिए भारत ग्लोबल हेल्थ का नर्व सेंटर बनकर उभरा है।’
7. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत ने एकजुटता के साथ सही वक़्त पर सही कदम उठाए। भारत के हालात अन्य देशों से बेहतर है।
8. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत फ्यूचर ऑफ हेल्थ तथा हेल्थ फॉर फ्यूचर, दोनों में ही सबसे अहम रोल निभाने जा रहा है। जहां दुनिया को मेडिकल प्रोफेशनल्स भी मिलेंगे, उनका सेवाभाव भी प्राप्त होगा।
9. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साढ़े 3 लाख से अधिक गरीब रोगियों को हर दिन इन केंद्रों का लाभ प्राप्त हो रहा है। सस्ती दवाओं के कारण गरीबों के हर वर्ष औसतन 3600 करोड़ रुपये खर्च होने से बच रहे हैं।