छत्तीसगढ़: केंद्र सरकार ने अब तक चावल लेने के संबंध में जारी नहीं किए आदेश

सेंट्रल पूल का चावल एफसीआई में जमा किया जाता है। केंद्र सरकार ने इस बार अब तक चावल लेने के संबंध में आदेश जारी नहीं किया है। इसका असर खरीद केंद्रों से धान के उठाव पर पड़ रहा है। जिले के 90 में से 87 केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान का स्टाक रखा हुआ है। उसना मिलिंग के लिए राइस मिलर धान का उठाव नहीं कर रहे हैं क्योंकि उसना चावल एफसीआइ में जमा किया जाता है।

दुर्ग जिले में इस साल समर्थन मूल्य पर अब तक 21 लाख 93 हजार 184 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। खरीद केंद्रों में 15 लाख 43 हजार 889.20 क्विंटल धान अभी भी रखा हुआ है। कस्टम मिलिंग के लिए छह लाख 49 हजार 294.80 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 90 खरीद केंद्रों में 87 में अभी भी बफर लिमिट से अधिक मात्रा में धान डंप है। जिले के 26 खरीद केंद्र ऐसे हैं, जहां 20 हजार क्विंटल से अधिक धान डंप हो गया है।

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इसमें सुरपा, सेलूद, रौंदा, लिटिया, माटरा, मोहरेंगा, मर्रा, बठेना, बटरेल, फुंडा और अन्य खरीद केंद्र शामिल हैं। वहीं 28 खरीदी केंद्र ऐसे हैं, जहां 15 हजार से 20 हजार क्विंटल तक धान पड़ा हुआ है। हर साल धान खरीदी के बाद धान की कस्टम मिलिंग के लिए खरीद केंद्रों से धान का उठाव राइस मिलरों के माध्यम से कराया जाता है। मिलरों का कोटा पूरा होने के बाद खरीद केंद्रों में बचे धान का संग्रहण केंद्रों में भंडारण कराया जाता है। मगर, मार्कफेड ने इस साल जिले के पांचों धान संग्रहण केंद्र को अभी से प्रारंभ कर दिया है।

41 उसना राइस मिलरों ने कराया है पंजीयन

जिले में 41 उसना राइस मिलर हैं, जिन्होंने उसना चावल की मिलिंग के लिए खाद्य विभाग में अपना पंजीयन कराया है। इन मिलरों ने बैंक गारंटी भी जमा कर दी है। मगर, केंद्र सरकार द्वारा सेंट्रल पूल के लिए चावल जमा कराने के संबंध में अब तक आदेश जारी नहीं किया गया है। इस वजह से उसना राइस मिलर उसना चावल की मिलिंग के लिए धान का उठाव नहीं कर पा रहे हैं। चावल जमा होने की सूरत में कस्टम मिलिंग के काम में तेजी आएगी और धान का नियमित अंतराल में उठाव होगा।

उल्लेखनीय है कि सेंट्रल पूल में इस साल जिले से 11.40 लाख मिट्रिक टन चावल जाना है। वहीं, पिछले साल नवंबर महीने में धान खरीदी शुरू होने के कुछ ही दिनों बाद केंद्र सरकार ने सेंट्रल पुल के लिए चावल लिए जाने का आदेश जारी कर दिया था।

सेंट्रल पूल के चावल लेने का आदेश नहीं

खाद्य नियंत्रक दुर्ग सीपी दीपांकर ने बताया कि जिले के अधिकांश खरीद केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक मात्रा मे धान का स्टाक हो गया है। केंद्र सरकार ने सेंट्रल पूल के लिए चावल लिए जाने के संबंध में अब तक आदेश जारी नहीं किया है। इसका असर धान के उठाव पर पड़ रहा है। उसना चावल की मिलिंग पूरी तरह से बंद है। जब तक उसना चावल के लिए भी कस्टम मिलिंग का काम शुरू नहीं होगा, तब तक खरीद केंद्रों से धान का उठाव अपेक्षित मात्रा में नहीं हो पाएगा।

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