अमेरिका: कोरोना महामारी के बीच बढ़े हत्या के मामले, इस साल मामलों में 41 फिसदी की बढ़त

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के लिए यह साल बेहद उथल-पुथल भरा रहा. आम तौर पर शांत और सुरक्षित माने जाने वाले न्यूयॉर्क में लोगों ने इस साल जहां कोविड-19 वैश्विक महामारी की मार झेली तो वहीं हत्या की वारदातें भी पिछले एक दशक में सबसे अधिक हुईं.

शहर में मंगलवार तक 447 लोगों की हत्याएं हुईं, जो पिछले साल की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक है और 2011 के बाद से सबसे अधिक है. वहीं, गोली लगने से मौत के मामले पिछले साल की तुलना में दोगुना और पिछले 14 साल में सबसे अधिक रहे.

तीन साल से बढ़ रहे हैं हत्याओं के मामले
न्यूयॉर्क में लगातार तीसरे साल हत्याओं के मामले में वृद्धि देखी गई, जबकि 2017 में हत्या के सबसे कम 292 मामले सामने आए थे. पुलिस प्रमुख ने अधिकारियों के अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करने का हवाला देते हुए कहा कि कोविड-19 ने शहर को काफी प्रभावित किया.उन्होंने कहा कि विभाग को बजट की कमी का सामना करना पड़ा. हर जगह लोगों के मास्क पहनने से अपराध के मामलों को हल करने में भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा.पुलिस आयुक्त डर्मोट शिया ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में कहा, ‘‘ हम यकीनन बुरे दौर से बाहर निकलेंगे.’’

इधर, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहुंचा अमेरिका
इधर, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (प्रकार) अब अमेरिका में भी पहुंच गया है. रॉयटर्स ने कोलोराडे के गवर्नर के हवाले से कहा है कि ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन का पहला मामला कोलोराडो में भी पाया गया है.

कोलोराडो के गवर्नर जैरेड पोलिस ने ट्विटर पर एलान किया कि उनके राज्य में तेज़ी से फैलने वाले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है. गौरतलब कि इस वेरिएंट की शुरुआत ब्रिटेन से हुई है और अब ये भारत समेत कई देशों में फैल चुका है.अमेरिका कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में पहले पायदान पर है और न्यूयॉर्क इससे सबसे प्रभावित में से एक रहा है.

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