PFI पर विदेशी फंड को लेकर ED की बड़ी कार्रवाई, पढ़ें पूरी खबर

प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को हवाला चैनलों के माध्यम से भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग की गई थी। इसके साथ ही इस पैसा का एंटी-सिटिजनशिप संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ फंड (NRC) के लिए इस्तेमाल किया था, जिसके तहत देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया।

कोच्चि, केरल में जांच एजेंसी ने सहयोग नहीं करने को लेकर एक व्यक्ति की अतिरिक्त कस्टोडियल रिमांड की मांग की है। ईडी के अनुसार, विदेशी फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा कथित तौर पर पीएफआई की नामित एजेंसियों के माध्यम से हुआ, जिन्होंने हवाला चैनलों के माध्यम से पीएफआई के खातों में राशि ट्रांसफर की थी।

हालांकि पीएफआई ने जांच एजेंसी के इन सभी दावों को खारिज कर दिया है और कहा कि ईडी सिर्फ कल्पना की एक इमारत खड़ी कर रही है।

ईडी के अनुसार, पीएफआई ने 2014 के बाद गतिविधियां बढ़ाई। वे कथित रूप से सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शनों के वित्तपोषण में शामिल रहे हैं। हालांकि ईडी द्वारा दिए गए तर्क अदालत में साबित किए जाने बाकी हैं।

ईडी ने यह रिपोर्ट पीएफआई के रऊफ शरीफ की हिरासत के बाद पेश की है। ईडी ने कहा कि पीएफआई नेताओं के विभिन्न खातों में 100 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं और अधिकांश धनराशि 2013-2016 के बीच ट्रांसफर की गई थी। शरीफ को एक सप्ताह पहले तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था और उसके घर पर छापा मारा गया था।

तीन हफ्ते पहले, ईडी ने पीएफआई के वरिष्ठ नेताओं के घरों पर छापा मारा था। सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने नेताओं के खिलाफ गंभीर सबूत एकत्र किए हैं, जोकि कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग साबित करते हैं।

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