प्रधानमंत्री को अपने खिलाफ आवाज उठाने वाला हर व्यक्ति आतंकवादी नजर आता है: राहुल गांधी

राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने राष्‍ट्रपति को कृषि कानून के खिलाफ 2 करोड़ लोगों के हस्‍ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा। इसके बाद उन्‍होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खिलाफ आवाज उठाने वाला हर शख्‍स आतंकवादी नजर आता है, अगर मोहन भागवत भी उनके खिलाफ बोले तो वह उन्‍हें भी आतंकवादी बता देंगे।

राहुल गांधी ने कहा, ‘अभी मैं कुछ दिन पहले विपक्ष के नेताओं के साथ राष्‍ट्रपति के पास गया था, लेकिन अब मैं कांग्रेस नेताओं के साथ राष्‍ट्रपति के पास गया और किसान विरोधी कानून पर ज्ञापन दिया।’ उन्‍होंने कहा कि इस कृषि कानून से किसानों और मजदूरों को जबरदस्‍त नुकसान होगा। केंद्र सरकार इसे किसानों के फायदे के कानून बता रहे हैं, लेकिन किसान कानून के खिलाफ खड़ा हुआ है।’

कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री यह किसान नहीं हटेगा। जब तक कानून वापस नहीं होगा किसान और मजदूर घर नहीं जाएंगे।’ उन्‍होंने कहा, ‘संसद का ज्‍वाइंट सत्र बुलाया जाए और इसे वापस जिला जाए। हम किसानों के साथ खड़े हैं।’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बिना चर्चा के यह कानून ऊपर से थोप दिया गया है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘हम तीन लोग राष्‍ट्रपति के पास गए हैं, लेकिन हम करोड़ों हस्‍ताक्षर लेकर गए हैं। हम किसान की आवाज राष्‍ट्रपति के पास लेकर गए हैं। सर्दी का मौसम हैं और किसान दुख व दर्द में हैं और प्रधानमंत्री को सुनना ही पड़ेगा।’ उन्‍होंने कहा, ‘कोरोना से नुकसान के बारे में मेरी बातों को किसी ने नहीं सुना, लेकिन किसान और मजदूर के सामने कोई शक्‍ति नहीं खड़ी हो सकती है। इस कृषि कानून से बीजेपी और आरएसएस को ही नहीं बल्‍कि देश को नुकसान होने जा रहा है।’

एक बार फिर पीएम मोदी पर व्‍यापारियों से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदी का लक्ष्‍य अपने आस-पास के व्‍यापारियों के लिए पैसे बनाने का काम है। छात्र खड़े होते हैं तो वह आतंकवादी है, मजदूर खड़े होते हैं तो वह आतंकवादी है, किसान खड़े होते हैं तो वह आतंकवादी हैं और एक दिन अगर मोहन भागवत खड़े हो जाएंगे तो वह उन्‍हें भी आतंकवादी कह देंगे। पीएम मोदी के खिलाफ जो भी खड़ा हो जाएगा, उसको वह आतंकवादी कह देंगे।’

E-Paper