51 प्रकाश वर्ष दूर से आ रहे हैं अजीब रेडियो सिग्नल, वैज्ञानिकों ने बताया कभी भी आ सकते है एलियंस

नासा के एक वैज्ञानिक का दावा है कि एलियन हमारी धरती पर आ चुके हैं लेकिन इंसान उन्हें देख नहीं पाए होंगे। नासा के कंप्यूटर वैज्ञानिक और प्रोफेसर सिल्वानो पी कोलंबानो ने अपने रिसर्च पेपर में दावा किया है कि एलियन मनुष्यों की अपेक्षाओं से बहुत अलग दिखते हों। उनकी सरंचना कार्बन बेस्ड जीवों से हुई हो। जिसकी वजह से वह अभी तक अनदेखे हैं

क्याहैं Aliens? वैज्ञानिकों को भेज रहे हैं एलियंस की बातें हर किसी को रोमांचित करती हैं. वैज्ञानिकों  को एलियंस रेडियो संदेश भेज रहे हैं. यह बात जानकर आप भी हैरान जरूर हो गए होंगे

क्या दुनिया में एलियंस का अस्तित्व है? क्या एलियंस दूसरे ग्रहों पर रहते हैं ऐसे सवालों के जवाब वैज्ञानिक से लेकर आम लोग तक, सभी जानना चाहते हैं. पिछले कई दिनों से वैज्ञानिकों को एलियंस के संदेश मिल रहे हैं. इससे यह साबित होता है कि पृथ्वी के अलावा भी किसी दूसरे ग्रह पर जीवन है. इनके संदेशों ने एक नया सवाल उठा दिया है कि क्या एलियंस धरती पर आना चाहते हैं

51 प्रकाश वर्ष दूर से आ रहे हैं सिग्नल
अब वैज्ञानिकों की एक इंटरनेशनल टीम को एक ग्रह के बहुत दूर से रेडियो सिग्नल मिले हैं. यह ग्रह ताऊ बूट्स नाम के तारे की प्रणाली में मौजूद है. यह ग्रह से 51 प्रकाश वर्ष दूर है. सिस्टम में एक बाइनरी स्टार और एक एक्सोप्लैनेट होता है ।

वैज्ञानिकों की इस टीम को जेक टर्नर लीड कर रहे हैं. जेक टर्नर कॉर्नेल विश्वविद्यालय में पोस्टडॉक्टोरल शोधकर्ता हैं. उनकी टीम में फिलिप जरका और जीन मैथियास ग्रिस्मीयर हैं. इनकी एलियंस पर की गई रिसर्च साइंटिफिक जर्नल एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स में प्रकाशित हुई है ।

ताऊ बूट्स से मिल रहे सिग्नल- जैक टर्नर
जेक टर्नर ने बताया कि वैज्ञानिकों को ये सिग्नल ताऊ बूट्स सिस्टम  से मिल रहे हैं. ये रेडियो सिग्नल ग्रह की चुंबकीय क्षेत्र की ताकत और धुव्रीकरण की वजह से प्राप्त हो रहे हैं.

एलियंस की दुनिया का खुलेगा राज
वैज्ञानिक जेक टर्नर ने बताया है कि उनकी स्टडी में एलियंस की दुनिया को लेकर कई चीजें सामने आई हैं. इसके माध्यम से एलियंस की दुनिया का अध्ययन करने की संभावना बढ़ जाती है ।

धरती पर आ चुके हैं एलियन…

वास्तव में कोई अस्तिव है या नहीं? यह एक ऐसा रहस्य है, जिसके बारे में हर कोई जानने को बेताब रहता है. एलियंस में दिलचस्पी रखने वालों के लिए साल 2020 के आखिर में एक रहस्योद्घाटन होने जा रहा है. दरअसल, इजरायल के पूर्व अंतरिक्ष प्रमुख (Former Israel  हैम एशेद  ने एलियन्स के एक गैलेक्टिक फेडरेशन  का खुलासा किया है, जो मानवता के भीतर छुपा है ।

क्योंकि लोग उनके लिए तैयार नहीं हैं. यहां सवाल है कि क्या आप पहले से ही एलियन्स से मिलने की ख्वाहिश नहीं रख रहे है? ऐसे में चलिए जानते हैं कि गैलेक्टिक फेडरेशन आखिर क्या है? असल में इस महासंघ को लेकर आपको चिंतित होना चाहिए या नहीं, चलिए विस्तार से जानते हैं ।

कोलंबानो ने अपने पेपर में लिखा है, ‘मैं यह बात कहना चाहता हूं कि यह जरूरी नहीं है कि हम जिन्हें ढूंढ रहे हैं या फिर जो हमें ढूंढ रहे हैं (जिन्हें अबतक न ढूंढ पाए हों) वे हमारी तरह कार्बन बेस्ड जीवों पर आधारित हों।’ कोलंबानो के अनुसार वैज्ञानिकों को हमारी सबसे प्रतिष्ठित मान्यताओं पर फिर से गौर करना चाहिए। इसके साथ ही इस बात की पूरी संभावना है कि एलियंस हमारी धरती पर आ चुके हैं।

कोलंबानो का कहना है कि एलियन सुपर इंटेलिजेंट हैं और हो सकता है कि आकार में वह बेहद सूक्ष्म हों। उन्होंने कहा, ‘वैज्ञानिकों को नई तरीके की तकनीकों और अवधारणाओं पर काम करना चाहिए। यदि हम नए तरीके से सोचेंगे तो हो सकता है कि हमें इसके लिए नई तकनीक मिल जाए।’ उन्होंने कहा कि हमें अपनी सभ्यता पर फिर से विचार किया जाना चाहिए क्योंकि हमारे पास जो वैज्ञानिक आधार मौजूद हैं ।

वह केवल 10,000 साल पुराने हैं। वहीं वैज्ञानिक पद्धतियों का विकास पिछले 500 सालों से शुरू हुआ है। ऐसे में यह संभावना हो सकती है कि तकनीक के मामले में एलियंस हमसे उन्नत हों। कोलंबानो ने सुझाया कि यूएफओ फिनोमिना इस वजह से अनदेखा रहा है क्योंकि वैज्ञानिक समुदाय ने इसे नजरअंदाज किया

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