अमित शाह ने कहा, ऐसा रोड शो जीवन में पहले कभी नहीं, परिवर्तन चाहती है जनता

भीड़ में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल में लोगों के मन में पीएम मोदी के मन में प्यार दिख रहा है. ममता बनर्जी पर सीधा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगले चुनाव में भतीजे की दादागिरी को खत्म करने के लिए बदलाव होगा, बांग्लादेश में घुसपैठियों को हटाने के लिए बदलाव होगा. भारत माता की जय, जय श्री राम के नारे के बीच अमित शाह ने कहा कि लोगों ने पोरिबर्तन का फैसला कर लिया है, लेकिन ये बदलाव सिर्फ व्यक्ति का बदलाव नहीं है, ये बदलाव बंगाल के विकास के लिए होगा. घुसपैठ रोकने के लिए बदलाव होगा. राजनीतिक हिंसा खत्म करने के लिए बदलाव होगा. ये टोलबाजी के खिलाफ बदलाव होगा. टोलबाजी बंद करने के लिए बदलाव होगा. 

अमित शाह ने लोगों से पूछा कि क्या वे अगली बार बीजेपी को वोट देंगे. विशाल भीड़ के हुंकार का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि आप हमें वोट दीजिए हम आपको वोट देंगे और बंगाल को विकास के रास्ते पर ले जाएंगे. हम बंगाल को बोस बाबू और टैगोर बाबू के सपनों का बंगाल बनाएंगे.  

रोड शो में मौजूद अपार भीड़ से गदगद अमित शाह ने कहा कि उन्होंने कई रोड शो किए हैं और देखे हैं, लेकिन ऐसा रोड़ शो उन्होंने जीवन में नहीं देखा है. अमित शाह ने कहा कि आज साफ हो गया है कि बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है. अमित शाह ने कहा कि जनता तय कर चुकी है अगली बार बीजेपी को सत्ता देगी. गृह मंत्री ने कहा कि ममता दीदी के प्रति लोगों का गुस्सा दिख रहा है. 

बीरभूम में रोड शो के बीच अमित शाह ने ट्वीट किया है और कहा है कि बंगाल में बदलाव की तड़प है. अमित शाह ने बीरभूम रोड शो की तस्वीरें जारी की है. उन्होंने कहा है कि लोगों की ये भीड़ लोगों की बदलाव की तड़प को दिखाती है. 

बीजेपी नेता अमित शाह इस रोड शो में पश्चिम बंगाल के अन्य नेताओं के साथ सवार हैं. उनके साथ कैलाश विजयवर्गीय, दिलीष घोष समेत कई दूसरे नेता शामिल हैं. ये रोड शो बीरभूम के बोलपुर में चल रहा है. ये रोड शो हनुमान मंदिर से लेकर डाक बंगला तक चलेगा. यूं तो दोनों स्थानों के बीच की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है, लेकिन लोगों के ठसाठस भरे होने की वजह से अमित शाह का रोड शो बहुत धीरे धीरे चल रहा है.   

पश्चिम बंगाल में TMC के गढ़ बीरभूम में बीजेपी नेता अमित शाह का भव्य मेगा शो शुरू हो गया. 2 किलोमीटर लंबे इस रोड़ शो में हजारों की भीड़ उमड़ी है. कुछ लोगों के मुताबिक ये भीड़ लाखों में हो सकती है. दो किलोमीटर तक सड़क पूरी ठसाठस भर गई है. भीड़ में लोग जय श्री राम के नारे का उदघोष कर रहे हैं. 

अमित शाह ने बंगाल दौरे के पहले दिन मिदनापुर में किसान सनातन सिंह के घर भोजन किया तो दूसरे दिन दोपहर में अमित शाह बीरभूम में बाउल गायक के घर खाना खाने पहुंचे. अमित शाह ने एक बाउल गायक के घर बिल्कुल साधारण खाना खाया. 

शांति निकेतन में एक घंटे से ज्यादा वक्त गुजारने के बाद अमित शाह ने कहा कि गुरुदेव ऐसी शख्सियत थे जो आजादी के आंदोलन के दौरान राष्ट्रवाद की एक धारा के प्रमुख थे. दूसरी धारा के प्रमुख बापू थे. उन्होंने कहा कि टैगौर ने साहित्य, संगीत, कला का संरक्षण किया, उन्होंने दुनिया की कई भाषाओं का अध्ययन किया और भारतीय भाषाओं से उनका सामंजस्य बिठाया. अमित शाह ने कहा कि टैगौर शायद दुनिया की एक मात्र हस्ती थे जिनकी रची रचनाएं दो देशों में राष्ट्रगान के रूप में गाई जाती है. उन्होंने कहा कि गुरुदेव बताते थे कि शिक्षा का उद्देश्य संकीर्णता की बेडियों को तोड़ना और यथार्थ समझना है. उन्होंने कहा गुरुदेव के आदर्शों के अनुरूप भारतीय शिक्षा और संस्कृति को दुनिया भर में मान्यता मिले यही उनकी कामना है. 

बंगाल विजय के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत, संसाधन और अपने चुनिंदा चेहरों को झोंक दिया है. अगले महीने यानी नए साल से बीजेपी के कद्दावर नेता और गृह मंत्री अमित शाह हर महीने में से एक सप्ताह बंगाल में गुजारेंगे और चुनावी घटनाक्रम, प्रचार, रणनीति, माहौल पर कड़ी नजर रखेंगे

अमित शाह के शांति निकेतन दौरे के बीच तृणमूल कांग्रेस ने यूनिवर्सिटी कैंपस में लगी तस्वीरों का मुद्दा उठाया है. टीएमसी ने कहा है कि विश्वविद्यालय में बीजेपी ने जो पोस्टर लगाए हैं उनमें अमित शाह की तस्वीर टैगोर की तस्वीर से ऊपर है. बंगाल सरकार में मंत्री और टीएमसी नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहा है कि बीजेपी और अमित शाह ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगौर का अपमान किया है.  

शांति निकेतन स्थित रवींद्र भवन में कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया. गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में डूबे नजर आए. गीत-संगीत और नृत्य के मिले जुले इस कार्यक्रम की प्रस्तुति बेहद शानदार रही. 

बीरभूम के शांति निकेतन में गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर छात्रों ने उनका स्वागत किया. बता दें कि बीरभूम गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली है. यहां पर उनके व्यक्तित्व का काफी असर देखने को मिलता है.

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