कोरोना काल में शिक्षा का मुख्य आधार बना आईसीटी

आईसीटी शिक्षा जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गया है। कोरोना काल मे विद्यालयों में शिक्षण बाधित होने के चलते इस व्यवस्था से शिक्षण कार्य को सुचारू करने का सफल प्रयास बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है।

यह बात प्राथमिक विद्यालय उमरी में स्मार्ट कक्षा के उद्घाटन अवसर पर उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य डायट सीतापुर ने कही। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को टीवी और मोबाइल के माध्यम रुचिपूर्ण बेहतर शिक्षा दी जा सकती है। जिसको प्राथमिक विद्यालय उमरी ने साबित भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चो को छोटे-छोटे समूहों में बुलाकर कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षा प्रदान की जाए। उस अवसर पर विद्यालय की वेबसाइट, स्वक्षता अभियान गीत और विद्यालय गीत का उद्घटान कार्यक्रय भी सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम संचालन ज़िला स्काउट मास्टर नज़ीर मुक़बिल ने किया। अध्यक्षता विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामसुमिरन ने की।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत कुमार ने कार्यक्रम आयोजको का उत्साहवर्धन करते हुए स्मार्ट क्लास को मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमो में आस-पास के विद्यालयों से शिक्षकों की भागीदारी भी होनी चाहिए। ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा नींव की भांति है। इसलिए बुनियादी शिक्षा का मजबूत होना आवश्यक है। ताकि शिक्षा रूपी मंज़िल को भव्यता देने में आसानी हो सके।

कार्यक्रम के वक्ता ज़िला समन्वयक प्रशिक्षण आर्यकुमार दीक्षित ने आईसीटी के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लास की अवधारणा और स्थापना निःसंदेह शिक्षा व्यवस्था को सुद्रहन करने में मदद मिलेगी और बच्चे सफलतापूर्वक लर्निंग आउटकम प्राप्त कर सकेंगे।

कार्यक्रम में एआरपी राजेश गुप्ता, अभिषेक मिश्र, शिक्षक खुशतर रहमान, नईम शेख़ ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

इस अवसर पर ग्रामवासी, गणमान्य व्यक्ति, अभिभावक और बच्चे उपस्थित रहे।

E-Paper