पंजाब में नाइट कर्फ्यू बढने से इसा बार होटलों और रेस्त्रां में नहीं मनाया जाएगा नए साल का जश्न

इस बार पंजाब में नाइट कर्फ्यू के कारण होटलों व रेस्तरां में नववर्ष का जश्न देखने को नहीं मिलेगा। आम तौर पर होटल प्रबंधक एक महीने पहले ही न्यू ईयर पार्टी की तैयारियां करनी शुरू कर देते थे।  प्रबंधकों को उम्मीद थी कि सरकार नाइट कर्फ्यू में ढील दे सकती है लेकिन एक दिन पहले ही कैप्टन सरकार ने कोरोना वायरस के दूसरे फेज के कारण पंजाब में नाइट कर्फ्यू एक जनवरी तक बढ़ा दिया है।

31 दिसंबर की रात कर्फ्यू रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। इस दिन का होटल प्रबंधक कारोबार के लिहाज से खौसतौर पर इंतजार करते थे। नए साल के कार्यक्रमों से उनकी आमदनी आम दिनों के मुकाबले चालीस प्रतिशत ज्यादा होती थी। एक होटल व रेस्तरां आम दिनों में प्रतिदिन पचास से एक लाख रुपये का कारोबार करता था। वहीं, नए साल वाले दिन कारोबार डेढ़ से दो लाख रुपये तक पहुंच जाता है। पहले ही कोरोना की गंभीरता के कारण होटल इंडस्ट्री का कारोबार बीस प्रतिशत तक सिमट गया है।

न्यू ईयर पार्टी के एंट्री पास से होटल प्रबंधन के कारोबार में होती थी बढ़ोतरी

नए साल को यादगार बनाने के लिए होटल में पार्टी रखी जाती थी। पार्टी में एंट्री के लिए शहरवासियों के कपल पास की सुविधा रखी जाती थी। पास की कीमत चार हजार से 12 हजार के बीच रहती थी। शहरवासी एंट्री पास की खरीदारी कर नए साल का जश्न मनाते थे। नए साल की पार्टी करने वाले होटल की पास सभी बिक जाते थे।  रात को दस बजे का कर्फ्यू लगने से होटल व रेस्तरां प्रबंधकों ने न्यू ईयर पार्टी की प्लानिंग नहीं की है।

होटल व रेस्तरां में स्टाफ कम

कोरोना समय में होटल व रेस्तरां बंंद हो गए थे। स्टाफ अपने गांव में चले गए थे। अब होटल व रेस्तरां में सिर्फ तीस प्रतिशत स्टाफ काम कर रहा है। शहर में 140 होटल व रेस्तरां है। प्रतिवर्ष 2220 करोड़ का कारोबार करते है। आम दिनों में 12000 स्टाफ होटल इंडस्ट्री में काम करता था। अब 50000 स्टाफ काम कर रहा है।

होटल व रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ जालंधर के चेयरमैन परमजीत सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने एक जनवरी तक कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला लिया है। पहले ही इंडस्ट्री का कारोबार तीस प्रतिशत गिर गया है। नए वर्ष वाले दिन भी कारोबार ना के बराबर रहेगा। इस बार कोरोना के कारण न्यू सेलिब्रेशन फीका रहने की उम्मीद है।

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