पिता ने 6 साल के बेटे को, ऐसे समझाया पैसों का महत्व, करने लगा बिजनेस

सोशल वायरल. दुनिया के हर मां-बाप की इच्छा होती है कि वो अपने बच्चों की हर ख्वाहिश पूरी करें, लेकिन कई बार इन ख्वाहिशों को पूरा करने के चक्कर में बच्चे इतने बिगड़ जाते हैं कि वो पैसों का महत्व ही भूल जाते हैं. अमेरिका के टेक्सास (Texas) में एक पिता ने अपने 6 साल के बेटे को पैसों का महत्व बताते ने के लिए एक अनोखा आइडिया (Idea) निकाला. दरअसल, 6 साल के एमेट अपने लिए बच्चों के चलाने वाली बाइक खरीदना चाहता था. एमेट ने ये बात अपने पिता को बताई, तो पिता ने एमेट को पैसों का महत्व बताने के लिए एक अनोखा आइडिया निकाल लिया. एमेट के पिता चाहते थे कि उनका बेटा पैसों का महत्व समझे जिससे उसके अंदर बिजनेस की स्किल्स डेवलप हो सकें.

उन्होंने एमेट से कहा कि वो खुद ही बाइक के लिए पैसे इकट्ठे करे. इसके लिए उन्होंने एमेट को अपने पुराने खिलौने बेचने का आइडिया दिया. एमेट ने भी ऐसा ही किया और पुराने खिलौनों को लेकर घर के बाहर बैठ गया. उस दिन उसने 70 डॉलर के खिलौने बेच दिए. लेकिन उसे अभी बाइक खरीदने के लिए पैसों की और जरूरत थी. अगले दिन जब एमेट अपने पिता के साथ घूम रहा था, तब उसने एक स्नो कोन मशीन देखी. एमेट ने अपने पिता ने कहा कि अगर वो इस मशीन को खरीद कर खुद का बिजनेस शुरु करेगा तो जल्द ही अपने लिए बाइक खरीदने के लिए जरूरी पैसे इकट्ठा कर सकता है. उसके बाद एमेट के पिता ने उससे कहा कि वो उसे ये मशीन जरूर दिला देंगे लेकिन उसे हर शनिवार को कम से कम एक घंटे स्नो कोन बेचने होंगे. एमेट के पिता ने स्नो कोन की मशीन लगवा दी. पहले दिन एमेट ने 12 डॉलर की कमाई की. उसके बाद 17 फिर 25 डॉलर की कमाई की.

एमेट के पिता बताते हैं कि अब उसके अंदर इतनी जिम्मेदारियां आ गई हैं कि उसे सब याद रहता है कि उसके यहां कब आइस कोन की जरूरत है और कितने आइस कोन और चाहिए. एमेट के पिता बताते हैं कि अब वो अपने कॉलेज जाने के लिए पैसा बचाने लगा है. वो बताते हैं कि वैसे वो अपनी आइस कोन मशीन के बिजनेस में लगा हुआ है लेकिन वो उन्हें बताता है कि वो एक लाइब्रेरी टीचर या कराटे शिक्षक बनना चाहता है. एमेट के पिता जेर्ड बताते हैं कि हम भविष्य में अपने बेटे को एक अच्छा इंसान बनता देखना चाहते हैं जो समाज में अपना योगदान दे सके. बता दें कि 6 साल का एमेट को पढ़ने का बहुत शौक है लेकिन उसने कराटे में पर्पल बैल्ट भी हासिल की है.

एमेट के पिता बताते हैं कि अब उसके अंदर इतनी जिम्मेदारियां आ गई हैं कि उसे सब याद रहता है कि उसके यहां कब आइस कोन की जरूरत है और कितने आइस कोन और चाहिए. एमेट के पिता बताते हैं कि अब वो अपने कॉलेज जाने के लिए पैसा बचाने लगा है. वो बताते हैं कि वैसे वो अपनी आइस कोन मशीन के बिजनेस में लगा हुआ है लेकिन वो उन्हें बताता है कि वो एक लाइब्रेरी टीचर या कराटे शिक्षक बनना चाहता है. एमेट के पिता जेर्ड बताते हैं कि हम भविष्य में अपने बेटे को एक अच्छा इंसान बनता देखना चाहते हैं जो समाज में अपना योगदान दे सके. बता दें कि 6 साल का एमेट को पढ़ने का बहुत शौक है लेकिन उसने कराटे में पर्पल बैल्ट भी हासिल की है.

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