अब वज़न घटाने और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए, आजमाएं खास 6 आयुर्वेदिक हर्ब्स

नई दिल्ली: जब भी लोग वज़न घटाने की कोशिश करते हैं तो उन्हें मन मुताबिक़ नतीजे नहीं मिल पाते जिसका मेन रीज़न होता है मेटाबोलिज्म. जितना ज़्यादा आपका मेटाबोलिज्म बेहतर होगा बूस्ट होगा, शरीर का वज़न उतनी ही तेज़ी से घटेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि मेटाबॉलिज्म की मदद से ही खाने में मौजूद कैलोरी एनर्जी के रूप में टूटती है.

वज़न कम करने का लक्ष हो और मेटाबोलिज्म पर ध्यान न दिया जाए, तो ये तो वही बात हुई कि स्वादिष्ट खाना बनाने का लक्ष है और नमक पर गौर ही न किया जाए. जी हां, आपके वज़न का सीधा तालुक आपके मेटाबोलिज्म से है. शरीर में मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने से आपके शरीर का वज़न तेज़ी से घटता है. यही नहीं, जितना आपका मेटाबोलिज्म बेहतर होगा उतना ही आपका डाइजेशन प्रोसेस अच्छे से काम करेगा और आपकी इम्यूनिटी भी मज़बूत बनी रहेगी. और तो और, मेटाबोलिज्म के बेहतर होने के कारण, सांस लेने से लेकर खाना पचाने तक के लिए शरीर को जिस उर्जा की ज़रूरत होती है, वो भी मेटाबोलिज्म के ज़रिये सही तरीके से मिलती रहेगी. ऐसे में अपने मेटाबोलिज्म को स्ट्रांग बनाए रखने की ज़िम्मेदारी आपकी है और इस ज़िम्मेदारी को निभाने के लिए आप उन 6 आयुर्वेदिक हर्ब्स का सहारा ले सकते हैं जिनकी इन्फॉर्मेशन हम आपको आज देने जा रहे हैं.

अश्वगंधा-

अश्वगंधा का पाउडर अपने खाने में मिलाकर खाने से आप अपना वज़न काफी जल्दी घटा सकते हैं. साथ ही, अश्वगंधा की चाय पीने से आपका मेटाबोलिज्म भी बूस्ट होता है. इसके अलावा, ब्लड शुगर और स्ट्रेस को कम करने में भी अश्वगंधा बेजोड़ है जिससे आप एक अच्छी नींद ले पाते हैं. इतना ही नहीं, अश्वगंधा डाइजेशन पॉवर को भी बढ़ाता है. थायराइड से अफेक्टेड लोगों को तो इसका सेवन ज़रूर ही करना चाहिए.

आंवला-

आंवला को रोज़ाना खाना, आपकी सेहत के साथ साथ स्किन से जुड़ी परेशानियों को भी दूर कर सकता है. आंवला खाने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है, मेटाबॉलिज्म बेहतर काम करता है, वज़न तेज़ी से घटेता है और ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है.

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मुलेठी-

रोज़ाना मुलेठी खाने से आप वज़न कंट्रोल करने के साथ-साथ सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते हैं. साथ ही, इसका सेवन आपको स्ट्रेस और कमज़ोर याददाश्त जैसी मेंटल प्रॉब्लम्स से भी दूर रखने में असरदार है.

जायफल-

जायफल का इस्तेमाल आमतौर पर मसालों के रूप में किया जाता है. इसको रोज़ाना खाने से वज़न कम होता है और अच्छी गहरी नींद आती है. इसके अलावा, ये दिल से जुड़ी बीमारियों से भी आपको बचाता है.

शतावरी-

शतावरी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं को तैयार करने के लिए किया जाता है. इसमें स्टेरॉइडल सैपोनिन और फ्लेवोनॉयड्स नामक तत्व होते हैं, जो डाइजेशन को बेहतर बनाने का काम करते हैं. इसके इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम मज़बूत और मेटाबोलिज्म स्ट्रांग होता है.

अजमोद-

फाइबर से भरपूर अजमोद वज़न कम करने और डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाने में बेजोड़ है. साथ ही, डायबिटीज रोगियों के लिए ये बेहद फायदेमंद है.

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