महेंद्र सिंह धोनी के दो फ्लैट होंगे ‘नीलाम’, जानिए इसकी वजह

टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के रांची के फ्लैट अब नीलाम होंगे. 1100 वर्गफीट और 900 वर्गफीट के ये दो फ्लैट कमर्शियल हैं. रांची के डोरंडा में शिवम प्लाजा नामक बिल्डिंग में धोनी के ये फ्लैट हैं. आरोप है कि बिल्डर दुर्गा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के हुडको का लोन नहीं चुका पाने के कारण हुडको यानि हाउसिंग अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ये फ्लैट नीलाम करने जा रहा है और इसका खामियाजा महेंद्र सिंह धोनी को भी उठाना पड़ रहा है.

रांची के पॉश इलाके में स्थित शिवम प्लाजा की पहली और चौथी मंजिल पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के दो कमर्शियल फ्लैट हैं, लेकिन शिवम प्लाजा के हुडको ने इसकी नीलामी की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए भवन परिसंपत्ति का दो बार मूल्यांकन अलग-अलग कराया गया है. इलाहाबाद स्थित कर्ज वसूली अपीलीय न्यायाधिकरण में नीलाम की आधार राशि तय करने की अपील की है. 

न्यायाधिकरण की ओर से छह करोड़ कर्ज की राशि के लिए उचित सूद और हर्जाने की राशि के मुताबिक नीलाम की आधार राशि तय होगी. नीलामी से मिली राशि में से इतना हुडको अपने खाते में ले लेगा. नीलामी लोन वाली पूरी परियोजना यानी बिल्डिंग की होगी. यानि उसमें बिक चुके फ्लैट भी इसमें शामिल होंगे. हालांकि, दुर्गा डेवलपर्स के निदेशक निलय झा मानते हैं कि हुडको के साथ उनका लोन को लेकर विवाद जरुर है लेकिन वे महेंद्र सिंह धोनी के दो फ्लैट का सेटलमेंट दूसरे जगह कर चुके हैं, जहां तक ग्राउंड फ्लोर में धोनी के फ्लैट की बात है उसका 3 करोड़ का भुगतान हुडको को कर दिया गया है. वहीं, वे हुडको के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.

दुर्गा डेवलपर्स ने शिवम प्लाजा बनाने के लिए हुडको से 12 करोड़ 95 लाख लोन लिए थे. इसे जी+10 फ्लोर का बनना था. इसी बीच जमीन मालिक से दुर्गा डेवलपर्स का विवाद हो गया. इस कारण छह करोड़ देने के बाद हुडको ने दुर्गा डेवलपर्स के लोन का बाकी हिस्सा रोक दिया. भवन जी+6 फ्लोर बनने के बाद ही रुक गया. लोन चुकाने में देरी के कारण हुडको ने कंपनी को डिफॉल्टर घोषित कर दिया. धोनी ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अपने दोनों फ्लैटों के लिए डेढ़ करोड़ रुपए दे चुके हैं. इसके बाद भी इस परिसंपत्ति का उनके हाथ से निकलना तय माना जा रहा है. 

इस मामले में माही के बड़े भाई नरेंद्र सिंह धोनी ने हुडको पर आरोप लगाते हुए कहा है कि हुडको की साजिश के कारण यह प्रोजेक्ट खत्म हुआ है. हमने तीन करोड़ चुका दिए हैं, लेकिन हुडको ने दुर्गा डेवलपर को लोन दिया था तो इसका नोटिस बिल्डिंग में क्यों नहीं लगाया. हमें कैसे पता लगेगा कि बिल्डिंग लोन में बनाई गई है. बिल्डर और हुडको ने मिलकर हमें फंसा दिया.

फिलहाल इस मामले में हुडको का कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन इतना तय है कि अगर बिल्डिंग नीलाम हुई तो बिल्डर और हुडको की गलती का खामियाजा टीम इंडिया के खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी को भी चुकाना पड़ेगा. 

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