ग्राम प्रधान के आने वाले चुनाव के दौरान, गांव-मोहल्ला बना चाचा-चाची, वोट मांगने का तरीका भी कुछ…

लखनऊ: प्रधानी के रुझान आने लगे है और प्रधान जी घर-घर जाने लगे है. चारपाई हो या टूटी कुर्सी प्रधान जी अब सबसे बतियाने लगे है. वोटवा कय खेल देखा हो सबही, लोट-लोट ई ता माटी खाने लगे है.

दरअसल तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इसी कविता से जुडी एक फोटो वायरल हो रही है. प्रधानी के रुझान आने लगे कैप्शन के साथ इस फोटो को वायरल किया जा रहा है. वायरल फोटो में आप साफ देख सकते है कि कैसे चुनाव से पहले प्रधान प्रत्याशी लोगों के सामने लोट-पोट हो जाते है. धुल-गर्दा कुछ भी इन्हें नज़र नहीं आता. उस वक़्त चापलूसी चरम पर होती है. मतलब ये की अगर इनसे आपने उस वक़्त मुर्गा बनने के लिए भी कह दिया तो ये इसे उपलब्धि मानकर हंसते-हंसते बन जायेंगे. A को Z कहने के लिए भी तैयार हो जायेंगे, खैर A आता होगा तब तो Z कहेंगे. चुनाव से पहले पूरे गांव को अपना माई-बाप मानने वाले ये प्रत्याशी जीतने के बाद कभी उस गली आने का दुबारा कष्ट तक नहीं उठाते. वो एक गाना है ‘हम किस गली जा रहे है’ तब इनके ऊपर उसका भूत सवार हो जाता है.

पूरा मोहल्ला भयल अब चाचा और चाची, बहिन-बिटिया कय गुन ई गाने लगे है, वोटवा कय खेल बाटे गजब हो, लोट-लोट ई ता माटी खाने लगे है.

लोट-पोट वाली इस फोटो का इतना मजाक बनाया जा रहा है कि उसमें मौजूद शख्स निकल कर भागना चाहता है. लेकिन कहा-कहा से भागे अब तो ये पूरे देश में वायरल हो चूका है. प्रधानी के रुझान आने लगे है कैप्शन से वायरल हो रही ये फोटो लाचारी और मक्कारी को खुलेआम दर्शाने वाली है. मतलब लेटने से वोट मिल जायेगा. वोट के खातिर नतमस्तक होकर धुल चाटने वाले इन प्रत्याशियों से अब एक पूरे गांव को चलाने की उम्मीद कैसे कर सकते है. लेकिन इतना भी मजाक बनाना ठीक नहीं है क्योंकि ये आने वाले पांच साल की मेहनत की नुमाइश है ये. हा बिलकुल इसके बाद तो ठाठ से अगले पांच साल तक सोना है प्रधान जी को.

E-Paper