जिसने की अपनी पत्नी, बेटा-बहू और पोते की हत्या, उसकी लाश पे भी नही कोई रोने वाला

चंडीगढ़। पंजाब के लुधियाना स्थित मयूर विहार में अपने परिवार के चार लोगों को बेरहमी से कुल्हाड़ी कटने वाले आरोपी का शव बरामद हुआ है। हालत यह है कि शव दो दिनों से रखा रहा और कोई शख्स पहचानने वाला भी नहीं मिला। आरोपी ने परिवार को पहले ही खत्म कर दिया था। परिवार में भी कोई शिनाख्त करने को नहीं बचा। 

आरोपी बिल्डर राजीव सुंडा का शव जगरांव रेलवे लाइन से मिला है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले जगरांव रेलवे पुलिस ने राजीव सुंडा का शव तो बरामद कर लिया था लेकिन उसकी पहचान न होने पर अज्ञात में उसका शव सिविल अस्पताल में रखा था। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि दो दिन पहले मिला शव राजीव का है। अब पुलिस ने राजीव के शव का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। राजीव सुंडा के शव मिलने की पुष्टि एडीसीपी समीर वर्मा ने की है।

उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बिल्डर राजीव सुंडा ने मंगलवार को सुबह छह बजे अपनी पत्नी सुनीता, बेटे आशीष, बहू गरिमा और 13 साल के पोते सुचेत उर्फ बबला को मौत के घाट उतार दिया था। इस दौरान बबला ने अपने मामा गौरव को फोन कर जानकारी दी थी। उनके आने से पहले ही सभी को राजीव मौत के घाट उतार चुका था। 

गौरव और उसके पिता अशोक पहुंचे तो राजीव वहां से फरार हो गया। रास्ते में उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया और गाड़ी में दीवार से टकराकर आग लग गई। इस दौरान राजीव गाड़ी से निकल कर फरार हो गया। उसके बाद रेलवे लाइन जगरांव में जाकर उसने ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली।पुलिस ने घर पर जांच की तो सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में राजीव ने अपनी बहू के मायके वालों पर पैसे देने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।

राजीव ने लिखा था कि वह इसी के चलते परिवार की हत्या करने के बाद खुद आत्महत्या कर रहा है। एडीसीपी-3 समीर वर्मा ने बताया कि शव दो दिन पहले ही जगरांव रेलवे पुलिस ने ट्रैक से बरामद कर लिया है। पुलिस को पता चला तो पहचान की गई तो शव राजीव का ही निकला। उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है। सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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