रायपुर में छूरेबाजी की घटनाओं में जानिए क्यों अमेजन और फ्लिपकार्ट कंपनियां आई पुलिस के निशाने

राजधानी रायपुर में छूरेबाजी की बढ़ती घटनाओं से पुलिस को खासी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, बीते दिनों राजधानी की पुलिस ने चाकूबाजों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें गिरफ्तार भी किया था। मगर, इसके बावजूद छूरेबाजी की घटनाओं में कोई कमी नहीं आ रही है। बीते एक महीने में 100 से ज्यादा चाकूबाजी की घटनाएं हो चुकी हैं। इस बीच पुलिस के निशाने पर अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां भी आ गई हैं।

आप सोच रहे होंगे कि आपराधिक वारदात और आनलाइन सामान डिलीवर करने वाली कंपनियों का आपस में क्या संबंध। दरअसल, पुलिस ने छूरेबाजी की जिन घटनाओं का खुलासा किया और जिन चाकुओं को बरामद किया है, वे सामान्य चाकू नहीं थे। स्टाइलिश दिखने वाले इन चाकुओं को अपराधियों ने इन्हीं कंपनियों से खरीदा था।

हाल में हुई हत्याओं और चाकूबाजी की घटनाओं में पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में यह पता चला कि उन्होंने इन स्टाइलिश चाकुओं को फ्लिपकार्ट और अमेजन से खरीदा था। एसएसपी अजय यादव ने बताया कि इसके बाद अमेजन और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों को लिखित में निर्देश दिए हैं कि यदि जिले में कोई भी ऐसी चाकुओं के लिए आर्डर करता है, तो उसका नाम और पता पुलिस को बताएं।

इसके बाद पुलिस चाकू ऑर्डर करने वाले से संपर्क कर पता करेगी कि उसने किस काम के लिए चाकू का आर्डर दिया था। यदि घरेलू काम के लिए चाकू खरीदा गया है, तो कोई बात नहीं। अन्यथा पुलिस कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही कंपनियों को जिलेभर में किसी भी प्रकार के बटन वाले चाकू की डिलीवरी नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं।

बताते चलें कि इससे करीब एक से डेढ़ साल पहले रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति को पंजाब से लाए गए स्टाइलिश चाकुओं के साथ गिरफ्तार किया गया था। उस समय भी शहर में छूरेबाजी की घटनाएं काफी बढ़ गई थीं।

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