नवाबों के शहर में छाये कुमार विश्वास, पंक्तियों से गुलज़ार हुई अवध की शाम, बिखेरे कई रंग

अपने अद्भुत कविता शैली से कुमार विश्वास ने समा बांध दिया. वहां मौजूद हर शख्स कुमार की कविताओं का लुत्फ लेते हुए दिखा. कुमार ने कविताओं के जरिए कई पहलुओं को छुआ.

लखनऊ: ‘गोमती का मचलता यह पानी भी है, हिंद के उस गदर की कहानी भी है. गंज हजरत चिकन चौक की आबरू, यह शान-ए-अवध तर्जुमा रूबरू…’ कवि डॉ. कुमार विश्वास ने जब यह पंक्तियां सुनाईं तो लखनऊ विश्वविद्यालय का कला प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह पांचवें दिन की शाम कवि डॉ. कुमार विश्वास के नाम रही.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी को समर्पित की शाम-

डॉ. कुमार विश्वास ने यह शाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई को समर्पित की. कुमार विश्वास ने अटल जी की मशहूर कविता ‘गीत नहीं गाता हूं, हार नहीं मानूंगा, गीत नया गाता हूं…’ भी सुनाई. इसके बाद कवि कुमार विश्वास ने जैसे ही कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है… पंक्तियां गुनगुनानी शुरू की तो परिसर में मौजूद हर कोई झूम उठा और उनके सुर से सुर मिलाने लगा. कुमार विश्वास की पंक्तियों में कश्मीर के हालातों पर संजीदगी भी दिखी. उन्होंने ‘ऋषि कश्यप की तपस्या ने तपाया है तुझे, ऋषि अगस्त ने हम वार बनाया है तुझे, तेरी सरगोशी पर कुर्बान मेरे वतन, मेरे कश्मीर मेरी जान मेरे प्यारे चमन…’ पंक्तियां सुना कर सभी को राष्ट्रभक्ति के भाव से भर दिया.

कविताओं से ली चुटकी और कसे तंज-

कवि कुमार विश्वास ने अपनी कविताओं के माध्यम से ही कई बातों पर चुटकी भी ली और तंज भी कसे. उनकी पंक्तियों में राज्यसभा न भेजे जाने का मलाल भी महसूस हुआ. कुमार विश्वास ने अपनी बात ‘मुझे वो मारकर खुश हैं कि सारा राज उन पर है. यकीनन कल है मेरा आज, बेशक आज उन पर है, उसे जिद थी झुकाओ सिर सेरा दस्तार बख्शूंगा, मैं अपना सर बचा लाया महल और ताज उस पर है…’ पंक्तियों से कही. वहीं कुमार ने एन्टी रोमियो स्क्वाड पर कहा कि मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा और यहां ये है कि न करूंगा न करने दूंगा. मांस पर सख्ती को लेकर कहा बाबा ने ऐसी व्यवस्था की कि चिकन केवल कपड़े पर ही रह गया.

ट्वीट से बताई मन की बात-

कुमार विश्वास ने लखनऊ और विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों को लेकर कई ट्वीट भी किये. अपने एक ट्वीट में लिखा कि…

“लखनऊ से तो निकल जाते हैं,
लखनऊ दिल से निकलता ही नहीं…!

आचार्य नरेंद्र देव जैसे ज्ञान ऋषि द्वारा सींचे गए लखनऊ विश्वविद्यालय नामक विद्यावृक्ष का अपनी छाँह में खुलकर गुनगुनाने देने के लिए आभार और इस पुरकशिश शहर की लोबान जैसी ख़ुशबू के पलों के लिए बहुत प्यार मेरी जान लखनऊ

एक और ट्वीट में कुमार विश्वास ने लिखा कि-

“मुझ जैसे सामान्य नाक-नक़्श वाले साँवले के लिए आज के कार्यक्रम में जब लखनऊ विश्वविद्यालयके युवाओं ने “कुमार भैया ब्यूटीफ़ुल” के नारे लगाए तो मुझे मिर्ज़ापुर वाले TripathiiPankaj बहुत याद आए”

25 को पीएम मोदी करेंगे कार्यक्रम का समापन-

25 नवंबर को शताब्दी वर्ष समारोह के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री शताब्दी वर्ष समारोह पर डाक टिकट, सिक्का, कॉफ़ी टेबल बुक जारी करेंगे. वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में फिजिकली उपस्थित रहेंगे. 25 नवंबर के आयोजन में क्रिकेटर सुरेश रैना भी रहेंगे. सभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि शताब्दी वर्ष पर प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की घोषणा कर सकते हैं.

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