पाकिस्तानी में छाया गृहयुद्ध, 26 को लरकाना में एक बार फिर रैली का एलान

पाकिस्तान और विपक्षी दलों के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार ने कहा कि अगर पेशावर रैली के बाद कोरोना के मामले बढ़े तो पीडीएम नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किए जा सकते हैं।

पेशावर। पाकिस्तान में विपक्षी दलों ने रोक के बावजूद रविवार को इमरान सरकार के खिलाफ पेशावर में बड़ी रैली की। इमरान सरकार ने कोरोना महामारी की आड़ में रैली पर रोक लगा दी थी। इस रैली के साथ ही 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) और सरकार के बीच जंग और तेज हो गई है। गठबंधन ने 26 नंवबर को लरकाना में रैली करने की घोषणा कर दी है।

पीडीएम की यह चौथी रैली थी। इससे पहले गठबंधन गुजरांवाला, कराची और क्वेटा में रैली कर चुका है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार ने कहा कि अगर पेशावर रैली के बाद कोरोना के मामले बढ़े तो पीडीएम नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किए जा सकते हैं। रैली में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने कहा कि जनवरी का महीना इस सरकार के लिए आखिरी महीना होगा। उसके बाद पाकिस्तान के लोग तय करेंगे कि देश में कैसा शासन हो।

पीडीएम के प्रमुख फजलुर रहमान ने कहा है कि इमरान सरकार अवैध और बड़ा कोरोना है। ये सरकार जनमत से नहीं वरन जनमत की चोरी से बनी है। कोरोना की आड़ में जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब विपक्षी दलों की रैली 26 नवंबर को लरकाना में होगी।

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