मुरैना में हार के दौरान रघुराज कंसाना का छलका दर्द, BJP नेताओं पर लगाया चुनाव हार का आरोप

भोपाल. सिंधिया के साथ दल बदल कर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं का दर्द उपचुनाव में हार के बाद अब छलक उठा है.मुरैना से चुनाव हारने वाले बीजेपी प्रत्याशी रघुराज कंसाना ने बीजेपी में कुछ बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं. कंसाना ने आरोप लगाया कि उनकी हार कांग्रेस की वजह से नहीं बल्कि बीजेपी के उन बड़े नेताओं की वजह से हुई जिन्होंने भितरघात किया.

मुरैना सीट से बीजेपी के प्रत्याशी रहे रघुराज कंसाना ने NEWS18 से बातचीत में कहा बीजेपी के कुछ बड़े नेता घर बैठकर राजनीति करते हैं. पार्टी के लिए भितरघात करते हैं. ऐसे ही नेताओं की वजह से वो उपचुनाव हार गए. हालांकि रघुराज कंसाना ने उन नेताओं के नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं जिन पर उन्हें भितरघात का शक था. लेकिन इतना जरूर कहा कि उन्होंने अपनी बात पार्टी संगठन तक पहुंचा दी है. और अब वह इस बात का इंतजार करेंगे कि भितरघात करने वाले नेताओं पर कार्रवाई कब की जाती है.

मुरैना से हारे रघुराज-

28 सीटों पर हुआ विधानसभा उपचुनाव सबसे महत्वपूर्ण ग्वालियर चंबल संभाग में ही था. यहां पर 28 में से 16 सीटें उपचुनाव की थीं.2018 के चुनाव में कांग्रेस ने ये सारी सीट जीतीं थीं. सबसे ज्यादा 5 सीटें मुरैना जिले की थीं. उनमें से 3 सीटों पर कांग्रेस जीती जबकि 2 सीटें बीजेपी के हाथ लगी हैं. मुरैना प्रॉपर सीट से रघुराज कंसाना हार गए. इस सीट से बीजेपी के ही कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह सिंधिया खेमे के नेताओं के बीजेपी में आने की वजह से नाराज़ माने जा रहे थे. यह माना जा रहा है कि रघुराज कंसाना ने भले ही किसी का नाम सार्वजनिक न किया हो लेकिन उनका इशारा इन्हीं नेताओं की ओर है.

बीजेपी ने दी प्रतिक्रिया-

रघुराज कंसाना के भितरघात के आरोपों पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की प्रतिक्रिया सामने आई है. उनका कहना है बीजेपी ने उपचुनाव की 28 में से 19 सीटें कार्यकर्ताओं के दम पर ही जीती हैं. ऐसे में सभी सीटों को एक नजर से नहीं देखा जा सकता. जहां तक बात भितरघात के आरोपों की है तो पार्टी संगठन इस तरह के मामले पर संज्ञान लेता है. रघुराज कंसाना के मामले में भी संगठन उचित फैसला लेगा.

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