सेना भर्ती में होने वाले अभ्यर्थियों के ल‍िए अच्छी खबर, जानें शारीर‍िक दक्षता में क्‍या होंगे बदलाव

लखनऊ। सेना भर्ती में हिस्सा लेने वाले अभ्यर्थियों को अब पहले से अधिक तंदरुस्त होना पड़ेगा। उनको अब न्यूनतम 50 किलोग्राम वजन की जगह अपनी ऊंचाई के अनुपात में वजन के मापदंड में सफल होना पड़ेगा। सेना अब और ठोस और दमदार अभ्यर्थियों के चयन के लिए वजन के मापदंड में बदलाव करने जा रही है। सेना के स्वतंत्र भर्ती बोर्ड दिल्ली ने पायलट अपने यहां की भर्तियों में इसकी शुरुआत भी कर दी है। देश के दूसरे सभी भर्ती मुख्यालयों को भी यह नोटिफिकेशन भेजी गई है।

दरअसल सेना में अभी तक अलग अलग राज्यो की भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार वहाँ के अभ्यर्थियों की ऊंचाई और वजन तय है। उत्तर प्रदेश में ही सैनिक जीडी, सैनिक तकनीकी, ट्रेड्समैन, स्टोरकीपर तकनीकी और नर्सिंग सहायक जैसे पदों के लिए भी शारीरिक मापदंड तय किये गए हैं। सैनिक जीडी के पद के लिए ही अभ्यर्थी की न्यूनतम ऊंचाई 170 सेमी. और वजन 50 किलोग्राम है। हालांकि 62 किलोग्राम से अधिक भार होने पर अभ्यर्थी को अधिक वजनी घोषित कर अयोग्य करार देती थी। अब नए मानकों में अधिकतम वजन की सीमा भी ऊंचाई के साथ बढ़ेगी।

ऐसे होंगे बदलाव-

ऊंचाई के हिसाब से वजन तय करने का नियम अब तक सैन्य अफसरों के लिए था। इसके अलावा नौसेना और वायुसेना में भी अन्य रैंक के जवानों की भर्ती के लिए ऊंचाई के अनुपात में वजन का नियम लागू है।।थलसेना में जवानो और जेसीओ के लिए यह नियम भविष्य में बनने वाले थियेटर कमांड को देखकर लागू किया जा रहा है। जिससे सेना के तीनों अंगों के जवानों के बीच फिटनेस की एकरूपता बनी रहे। इससे पहले भी सेना ने इसी साल एक अप्रैल से सेना भर्ती में अधिक फिट अभ्यर्थियों के लिए मेडिकल के मापदंडों में बदलाव किया था।

अब इतना होगा वजन-

उत्तर प्रदेश जैसे राज्यो में जहां अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम ऊंचाई 170 सेमी. रखी गई है। उनका न्यूनतम वजन 50 किलोग्राम से बढ़ाकर 52 किलोग्राम रखा गया है। इसमें 17 से 20 साल की आयु वाले अभ्यर्थी का अधिकतम वजन 63.6 किलोग्राम और 20 वर्ष से अधिक आयु वाले अभ्यर्थियों का वजन 66.5 किलोग्राम होगा।

E-Paper